
डोनाल्ड ट्रंप, वोलोडिमिर जेलेंस्की और व्लादिमीर पुतिन। (फोटो- IANS)
Putin Peace Proposal: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बिना किसी शर्त के शांति वार्ता का प्रस्ताव (Putin peace proposal) दे कर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Zelensky response) को कूटनीतिक दबाव में डाल दिया है। पूर्व अमेरिकी खुफिया अधिकारी स्कॉट रिटर (Scott Ritter analysis)ने इसे पुतिन का मास्टरस्ट्रोक बताया है, जो पश्चिमी देशों को एक कठिन स्थिति में डालता है। रिटर के अनुसार, इस प्रस्ताव ने जेलेंस्की को "या तो चुप रहो या फिर चुप रहो" की स्थिति में ला खड़ा किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US reaction) ने भी जेलेंस्की से बिना युद्धविराम के सीधे वार्ता स्वीकार करने का आग्रह किया है, जबकि यूरोपीय नेता युद्धविराम की मांग कर रहे हैं। इस स्थिति ने पश्चिमी देशों को एक कठिन कूटनीतिक स्थिति में डाल दिया है।
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रिटर का तर्क है कि पुतिन का सुनियोजित प्रस्ताव पश्चिमी आख्यानों को कमजोर करता है और संघर्ष पर अमेरिकी और यूरोपीय पदों की अक्षमता और धोखा उजागर करता है। उन्होंने प्रस्ताव की प्रतिभा की सराहना करते हुए, पुतिन को किसी भी अस्थायी 30-दिवसीय युद्धविराम पर सहमत होने के खिलाफ चेतावनी दी, यह सुझाव देते हुए कि इस तरह के कदम से नाटो बलों को यूक्रेन में खुद को स्थापित करने का मौका मिल सकता है, इसे रूसी हितों के लिए “आत्मघाती” कहा। यदि यह प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया जाता है, तो इससे यूक्रेन और पश्चिम की वास्तविक वार्ता के प्रति अनिच्छा उजागर हो सकती है।
Updated on:
12 May 2025 04:37 pm
Published on:
12 May 2025 04:21 pm
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