
रूस और यूक्रेन के बीच शांति की उम्मीद कम होती जा रही है। (PC: AI)
Russia Ukraine war latest News: भारत दौरे पर आने से पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूरोप को कड़ी नसीहत देकर आए थे। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा था कि अगर यूरोपीय देश युद्ध चाहते हैं, तो रूस तैयार है। पुतिन के इस बयान के बाद यूरोप में खलबली मच गई और अब जो खबर सामने आ रही है उससे तनाव बढ़ सकता है। उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भी पुतिन का पारा चढ़ाने वाला बयान दिया है।
यूक्रेन का 'साथ' देने का वादा करने वाले ब्रिटेन ने रूस के खिलाफ एक बड़ी योजना तैयार की है। मिरर यूके की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन, रूसी पनडुब्बियों को निशाना बनाने के लिए अटलांटिक बैस्टियन प्रोग्राम पर काम कर रहा है। इस प्रोग्राम के तहत युद्धपोतों और विमानों को AI की शक्ति देकर एडवांस्ड हाइब्रिड फोर्स तैयार की जाएगी। इससे खतरे का तुरंत पता लगाकर दुश्मन को आसानी से निशाना बनाया जा सकेगा।
ब्रिटेन को उम्मीद है कि यह प्रोग्राम उसे नौसैनिक युद्ध में अपरहैंड प्रदान करेगा। अगले साल तक इस प्रोग्राम के पूरा होने की उम्मीद है। इससे पहले, ब्रिटेन और नॉर्वे ने रूसी पनडुब्बियों के खतरे से निपटने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। दोनों देशों के युद्धपोत उत्तर अटलांटिक में रूसी पनडुब्बियों को निशाना बनाने के लिए तैनात हैं। दरअसल, यूके को डर है कि रूस समुद्र में बिछी महत्वपूर्ण केबलों को नुकसान पहुंचा सकता है। समुद्र के नीचे मौजूद इंफ्रास्ट्रक्चर ब्रिटेन में 99% इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन डेटा, बिजली, तेल और गैस जैसी जरूरी एनर्जी सप्लाई करता है। अगर इसे नुकसान पहुंचता है, तो यूके एकदम ठप हो जाएगा।
ब्रिटेन को खुफिया सूचना मिली है कि रूस समुद्री केबलों और पाइपलाइनों को निशाना बनाने के लिए अपने बेड़े का बड़े पैमाने पर आधुनिकीकरण कर रहा है। पिछले दो सालों में यूके के जलक्षेत्र में रूसी जहाजों के देखे जाने की घटनाओं में 30% की बढ़ोतरी हुई है। हाल ही में एक रूसी जहाज 'Yantar' को उत्तरी स्कॉटलैंड में देखा गया था। व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूरोप को जंग की चेतावनी के बाद से ब्रिटेन ऐसी घटनाओं को अब ज्यादा गंभीरता से ले रहा है। इसलिए उसने रूस का मुकाबला करने के लिए अटलांटिक बैस्टियन प्रोग्राम तैयार किया है। वहीं, ब्रिटेन की इस तैयारी को रूस जंग की तैयारी के तौर पर देख सकता है और यदि ऐसा होता है तो हालात बद से बदतर हो सकते हैं।
उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति ने साफ किया है कि यूक्रेन, रूस को अपनी एक इंच जमीन भी नहीं देगा। वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने सोमवार को लंदन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री, फ्रांस के राष्ट्रपति और जर्मन चांसलर से मुलाकत की। इस दौरान, उन्होंने कहा कि हम रूस को अपना कोई क्षेत्र नहीं देंगे और यह फाइनल है। ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन का कानून, हमारा संविधान या फिर अंतर्राष्ट्रीय कानून हमें ऐसा करने का हक नहीं देता। यूक्रेनी राष्ट्रपति का यह रख पुतिन का पारा चढ़ा सकता है। डोनाल्ड ट्रंप पहले ही शांति प्रस्ताव को ठीक से न पढ़ने को लेकर ज़ेलेंस्की को फटकार लगा चुके हैं।
डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेनी राष्ट्रपति से बेहद नाराज हैं और यह मामला लटकता है तो वह शांति प्रस्ताव से पीछे हट सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप के बेटे ने हाल ही में यह संकेत भी दिए थे। डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने कहा था कि यूएस प्रेसिडेंट यूक्रेन में शांति बहाली की कोशिशों से पीछे हट सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि उनके पिता क्या करने वाले हैं, इसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता। अगर ट्रंप अपने हाथ खींचते हैं, तो रूस-यूक्रेन युद्ध में पहले जैसी तेजी आ सकती है। पहले अमेरिका भी यूक्रेन का समर्थन कर रहा था, इस बार ऐसा नहीं होगा। ऐसे में युद्ध किस दिशा में जाएगा, कहना मुश्किल होगा।
Published on:
09 Dec 2025 11:55 am
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