व्लादिमीर पुतिन के प्रमुख सहयोगी दिमित्री मेदवेदेव ने नाटो देशों को निशाने पर लेते हुए कहा कि रूस को उन पर हमला कर देना चाहिए। हमें इस नई परिस्थिति के अनुसार ही कार्रवाई करनी होगी। जरूरत पड़ने पर, प्री-एम्टिव स्ट्राइक भी करने होंगे।
रूस की सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Putin) के प्रमुख सहयोगी दिमित्री मेदवेदेव (Dmitry Medvedev) ने नाटो देशों को निशाने पर लेते हुए कहा है कि रूस के खिलाफ फुल स्केप वार छेड़ दिया गया है। मेदवेदेव ने इसे तीसरे विश्व युद्ध के शुरू होने की संज्ञा देते हुए सुझाव दिया है कि आवश्यक हो तो मास्को को यूक्रेन (Ukraine) के पश्चिमी सहयोगियों पर सीधे हमले करके जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने मेदवेदेव के हवाले से कहा कि हमें इस नई परिस्थिति के अनुसार ही कार्रवाई करनी होगी। जरूरत पड़ने पर, प्री-एम्टिव स्ट्राइक भी करने होंगे।
मेदवेदेव की यह टिप्पणी कीव के लिए नाटो के समर्थन में नए सिरे से बढ़ोतरी के बाद आई है, जिसे मास्को बार-बार यूक्रेन संघर्ष में पश्चिमी दखल का नाम देता रहा है। साथ ही मेदवेदेव ने आगे कहा, मैं आपको याद दिला दू़ं कि हमारे राष्ट्रपति ने स्पष्ट रूप से कहा है कि रूस का नाटो से लड़ने या 'यूरोप पर हमला' करने का कोई इरादा नहीं है।
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यूरोप और अफ्रीका में अमरीकी थल सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल क्रिस्टोफर डोनह्यू ने रूसी आक्रमण की आशंकाओं के बीच कहा है कि नाटो रूस के कालिनिनग्राद क्षेत्र पर इतने जल्दी कब्जा कर सकता है, जितना कभी किसी ने सोचा भी नहीं होगा। वे बुधवार को जर्मनी के विस्बाडेन में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। डोनह्यू ने नाटो क्षेत्र से घिरे रूस के कलिनिनग्राद इलाके का जिक्र करते हुए कहा, यह इलाके पूरी तरह हमारी जद में हैं।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है बुधवार रात से लेकर गुरुवार दोपहर तक रूस ने कम से कम 143 यूक्रेनी ड्रोनों को मार गिराया तथा राजधानी मॉस्को क्षेत्र में कम से कम तीन ड्रोनों को रोका गया। मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि नवीनतम हमले में 11 रूसी क्षेत्रों तथा क्रीमिया पर ड्रोन गिराए गए। यूक्रेन का दावा है कि इन हमलों में क्रीमिया समेत रूस के सबसे बड़ी रसायन फैक्ट्री को नुकसान हुआ है।