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Russia Ukraine War: रूसी सैनिक भूख से बेहाल, एक-दूसरे को मारकर खाने की नौबत!

Russia army food shortage: यूक्रेन की मिलिट्री इंटेलिजेंस फोर्स ने बड़ा दावा किया है। उसका कहना है कि रूसी सैनिक एक-दूसरे को मारकर खाने को मजबूर हैं। रूसी सैनिकों की बातचीत के आधार पर यह दावा किया गया है।

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Russia Ukraine War

रूस और यूक्रेन पिछले काफी समय से युद्ध लड़ रहे हैं। (PC:AI)

Russia Ukraine war latest news: यूक्रेन के साथ युद्ध में रूस को भी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। हालांकि, अब जो खबर सामने आई है, तो एक बेहद खौफनाक तस्वीर पेश करती है। जंग के मैदान में रूसी सैनिक भूख से भी लड़ रहे हैं और उनके सामने अपने साथियों को मारकर खाने की नौबत आ गई है। यूक्रेन की मिलिट्री इंटेलिजेंस फोर्स ने एक ऑडियो जारी करके यह दावा किया है। उसका कहना है कि जापोरिजिया (Zaporizhia) में मौजूद रूसी सैनिक अपने युवा साथियों को मारकर खाने को विवश हैं।

'सब कुछ खत्म हो गया है'

मेट्रो यूके की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन की मिलिट्री इंटेलिजेंस फोर्स GUR ने एक ऑडियो जारी करके बड़ा दावा किया है। उसका कहना है कि यूक्रेन के शहर जापोरिजिया में मौजूद रूसी सैनिकों की हालत खराब है। वह भूख से इतने त्रस्त हो गए हैं कि अपने युवा साथियों को मारकर खाने की तैयारी में है। ऑडियो में एक रूसी सैनिक यह कहते हुए रिकॉर्ड हुआ है कि यहां सब कुछ खत्म हो गया है। हमें एक-दूसरे को खाना होगा। सैनिक आगे कहता है - मुझे फर्क नहीं पड़ता कि किसे काटना है, मैं बस खाना चाहता हूं।

नहीं मिल रहा पर्याप्त राशन

यूक्रेनी सेना का दावा है कि रूसी सैनिकों को पर्याप्त राशन नहीं मिल रहा है। इस वजह से वह आदमखोर बन रहे हैं। ऑडियो रिकॉर्डिंग में, एक रूसी कमांडर को अपने जूनियर से यह कहते सुना जा सकता है कि ब्रेलोक नामक सैनिक ने अपने साथी फोमा को मारकर खा लिया है। कमांडर आगे कहता है कि कोई भी जंग के मैदान से भागा नहीं है। ब्रेलोक ने उसे बाहर निकाल और दो हफ्ते तक उसे खाता रहा।

जंग के मैदान में रूसी कैदी

यूक्रेन का कहना है कि वह रूसी सैनिकों को खाना देने के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए पहले उन्हें सरेंडर करना होगा। मई 2024 में Moscow Times ने बताया था कि Dmitry Malyshev नामक शख्स को सेना में शामिल किया गया है, जिस पर एक व्यक्ति को मारने के बाद उसका दिल निकालकर खाने का आरोप है। रूस पर बड़े पैमाने पर कैदियों को युद्ध के लिए भेजने का भी आरोप लगता रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, रूसी सरकार कैदियों को छह महीने के सैन्य अनुबंध के बाद सजा से माफी का वादा करती है। लेकिन उन्हें माफ नहीं किया जाता और न ही युद्ध छोड़ने की इजाजत दी जाती है।

Putin ने किया ये दावा

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इससे उलट दावा किया है। हाल ही में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने कहा कि यूक्रेनी सैनिक जंग छोड़कर भाग रहे हैं। उनके पास खाने-पीने से लेकर कपड़ों और गोला-बारूद की भारी कमी है। पुतिन का कहना है कि यूक्रेन के सैनिकों को अहसास हो गया है कि अंत निकट है, इसलिए वह भाग रहे हैं। वहीं, यूक्रेन का कहना है कि पिछले दिनों रूसी सेना ने युद्ध के मैदान में अपने 1,090 सैनिक खो दिए हैं। बता दें कि रूस और यूक्रेन पिछले काफी समय से युद्ध लड़ रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोनों देशों के बीच शांति की कोशिश में लगे हैं। हालांकि, बात बनती दिखाई नहीं दे रही है।