
दक्षिण कोरिया यूरोप के बाहर आतंकवाद और अन्य अंतरराष्ट्रीय अपराधों से लड़ने वाले यूरोपीय संघ (ईयू) कानून प्रवर्तन सहयोग एजेंसी में शामिल होने वाला 10वां देश बन गया है। इसके तहत, अब दक्षिण कोरिया की पुलिस अब यूरोप के 17 सदस्य राज्यों और 9 गैर यूरोपीय देशों के साथ यहां की एजेंसियों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं तथा अंतरराष्ट्रीय संगठनों से सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकती है। माना जा रहा है कि इससे एशिया और यूरोप के बीच सक्रिय खतरनाक आतंकियों और माफियाओं पर लगाम कसी जा सकेगी। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी (एनपीए) एक कार्य-स्तर के समझौते पर हस्ताक्षर करके यूरोपोल में शामिल हो गई है। इसे बीते 6 अक्टूबर को 27 यूरोपीय संघ के देशों द्वारा सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया।
यह 2017 के बाद से यूरोप के साथ सहयोग को मजबूत करने के लिए पुलिस के प्रयासों का परिणाम है और अब इसके तहत अंतरराष्ट्रीय माफियाओं और खतरनाक आतंकियों को पकड़ने में एक-दूसरे की मदद ली जा सकेगी।इस बहुप्रतीक्षित समझौते के तहत, पुलिस अब अपराध के बारे में जानकारी का आदान-प्रदान कर सकती है और यूरोपोल के सदस्य राज्यों को शामिल किया गया है। इसमें 17 यूरोपीय और नौ गैर-यूरोपीय देशों के साथ-साथ यहां की एजेंसी के साथ सहयोग करने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठनों और अनुसंधान संस्थानों की भी मदद ली जा सकती है।
राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी यानी एनपीए के मुताबिक, समझौते से विशेषज्ञता और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को साझा करने और यूरोपोल अधिकारियों के साथ मिलकर काम होगा। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले अपराधों के खिलाफ पुलिस प्रतिक्रिया और उनकी क्षमताओं को बढ़ाने में मददगार साबित होगा।
राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के प्रमुख किम चांग-योंग ने इससे जुड़े समारोह में भाग लेने के लिए हेग में यूरोपोल मुख्यालय का दौरा करने की योजना बनाई थी। इसमें समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने हैं, लेकिन कोविड -19 महामारी के कारण एक राजनयिक पहल के माध्यम से यूरोपोल के आयुक्त-जनरल कैथरीन डी बोल के साथ समझौते का आदान-प्रदान किया गया है।
बता दें कि यूरोपोल 1992 में स्थापित, यूरोपीय संघ की कानून प्रवर्तन एजेंसी है जो आतंकवाद, अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य गंभीर अपराधों के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करती है। दरअसल, आतंकी घटनाओं, प्री-प्लान बड़ी साजिश, ड्रग तस्कर, हथियारों की तस्करी, मनी लांड्रिंग केस या फिर बड़े सिंडिकेट को ब्रेक करने में , अपराधियों को पकड़ने के लिए तमाम देश यूरोपोल की मदद लेते हैं।
हाल ही में बीते 29 नवंबर को यूरोपोल ने मनी लांड्रिंग के इंटरनेशनल रैकेट का खुलासा किया था। इनमें अलग-अलग देशों के हवाला कारोबारी शामिल थे और काफी समय से इस रैकेट को चला रहे थे। यूरोपोल ने इस रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए इसके सात सदस्यों को गिरफ्तार भी किया है, जो अलग-अलग देशों के नागरिक हैं।
Published on:
23 Dec 2021 04:24 pm
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