
Wagner Soldiers
वैगनर आर्मी की रूसी प्रशासन के खिलाफ बगावत को एक महीना हो चुका है। एक महीने में वो पूरा मामला अब शांत हो चुका है। पर फिर भी किराये की वैगनर आर्मी ने अपनी बगावत के दम पर दुनियाभर में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी। वैगनर आर्मी की बगावत की वजह से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की टेंशन भी बढ़ गई थी। हालांकि यह बगावत ज़्यादा समय तक नहीं चली और बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्ज़ेंडर लुकाशेंको (Alexander Lukashenko) ने दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया और इसी वजह से बगावत खत्म हो गई।
वैगनर आर्मी की बगावत खत्म होने के बाद पुतिन ने वैगनर सैनिकों को जो 3 ऑप्शंस दिए थे उनमें एक बेलारूस जाने का भी था। रिपोर्ट के अनुसार वैगनर आर्मी का चीफ येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) भी इस समय बेलारूस में है और उसने कुछ समय पहले एक वीडियो के ज़रिए वैगनर सैनिकों को भी बेलारूस आने के लिए कहा था। अब लगता है प्रिगोझिन के वीडियो मैसेज का वैगनर सैनिकों पर असर हो रहा है।
हज़ारों की तादाद में बेलारूस पहुंचे वैगनर सैनिक
हाल ही में हज़ारों की तादाद में वैगनर सैनिक बेलारूस पहुंच गए हैं। जानकारी के अनुसार करीब 3,500 वैगनर सैनिक करीब 700 व्हीकल्स के काफिले में बेलारूस पहुंचे।
लुकाशेंको ने किया स्वागत
वैगनर सैनिकों के बेलारूस पहुंचें पर वहाँ के राष्ट्रपति लुकाशेंको ने भी उनका स्वागत किया। लुकाशेंको पहले ही इस बात को साफ कर चुके हैं कि वैगनर आर्मी के सैनिक बेलारूस आ सकते हैं। साथ ही लुकाशेंको यह भी चाहते हैं कि वैगनर आर्मी के सैनिक बेलारूस के लोगों को ट्रेनिंग देकर तैयार करें जिससे बेलारूस की सैन्य शक्ति मज़बूत हो सके।
Published on:
25 Jul 2023 05:15 pm
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