
Modi Putin in Russia
PM Modi peace talks and North Korea: भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi) ब्रिक्स समिट के लिए रूस में हैं और उनके साथ ही दुनिया के कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी रूस में मौजूद हैं। एक ओर मोदी रूस और यूक्रेन जंग को खत्म करने की पहल कर रहे हैं। दूसरी ओर उत्तर कोरिया यूक्रेन के खिला युद्ध का हिस्सा बनना चाहता है, इसलिए उसने अपनी सीक्रेट कमांडो फोर्स रूस भेजी है। नॅार्थ कोरिया ने यूक्रेन से जंग के लिए रूस ( Russia-Ukraine War) में खतरनाक 1500 स्पेशल कमांडो और 10 हजार जवान भेज दिए हैं। यह एक अनकहा संदेश है और सीजफायर ( CeaseFire) की कोशिशों को धक्का लगने के समान है। उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ रूस की मदद करने के लिए अपनी सीक्रेट कमांडो फोर्स, आम जवान रूस भेज दिए हैं। वहां इनकी वहां ट्रेनिंग हो रही है। नॉर्थ कोरिया ( North Korea) की ये स्पेशल कमांडो फोर्स काफी ज्यादा खतरनाक है। वहीं 1500 कमांडो को व्लादिवोस्तोक भेजा गया है। ब्रिक्स समिट (BRICS Summit) में पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में नॉर्थ कोरिया का ऐसा करना बहुत कुछ संकेत देता है।
यू्केन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया है कि नॉर्थ कोरिया के 10 हजार जवान रूस की सेना में शामिल होने जा रहे हैं। यह जानकारी दक्षिण कोरिया की इंटेलीजेंस ने दी है। साथ ही एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें रूस के बेस पर उत्तर कोरिया के जवान मिलिट्री इक्विपेंट के साथ ट्रेनिंग कर रहे हैं। नॉर्थ कोरिया ने अपने सीक्रेट स्पेशल ऑपरेशन फोर्स (SOF) के 1500 कमांडो को व्लादिवोस्तोक शहर भेजा है. सियोल की नेशनल इंटेलिजेंस सर्विस (NIS) के मुताबिक SOF को जल्द ही यूक्रेन से जंग के लिए किसी भी पोस्ट पर तैनात किया जा सकता है. यूक्रेनी मिलिट्री इंटेलीजेंस चीफ किरलो बुडानोव ने कहा कि उत्तर कोरिया के जवान मिलिट्री इक्विपेंट के साथ ट्रेनिंग कर रहे हैं।
नॉर्थ कोरिया ने अपने सीक्रेट स्पेशल ऑपरेशन फोर्स (SOF) के 1500 कमांडो को व्लादिवोस्तोक शहर भेजा है। सियोल की नेशनल इंटेलीजेंस सर्विस (NIS) के मुताबिक SOF को जल्द ही यूक्रेन से जंग के लिए किसी भी पोस्ट पर तैनात किया जा सकता है। यूक्रेनी मिलिट्री इंटेलीजेंस चीफ किरलो बुडानोव ने कहा कि उत्तर कोरिया के 2600 जवान 1 नवंबर से कुर्स्क इलाके में जंग के लिए भेजे जाएंगे।
बहरहाल यह बहुत गंभीर जानकारी है और वर्तमान वैश्विक स्थिति को दर्शाती है। यदि उत्तर कोरिया ने अपने विशेष कमांडो और अन्य जवानों को रूस भेजा है, तो यह निश्चित रूप से संघर्ष में एक नई परत जोड़ सकता है। न केवल यह क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तनाव बढ़ा सकता है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी और उनकी शांति प्रयासों के बावजूद, उत्तर कोरिया का यह कदम स्थिति को और जटिल बना सकता है। ब्रिक्स समिट के दौरान इस तरह की घटनाओं पर ध्यान दिया जाएगा, खासकर जब बात वैश्विक स्थिरता और सुरक्षा की हो तो इस नाजुक मसले पर बात होना अवश्यंभावी है।
Updated on:
23 Oct 2024 05:19 pm
Published on:
22 Oct 2024 06:41 pm
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