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पहला ‘चैटजीपीटी-राष्ट्र’ बनेगा यूएई, अबू धाबी में बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा एआई डेटा सेंटर

यूएई में कुछ ऐसा होने वाला है, जो दूसरे किसी देश में नहीं हुआ है। इससे एआई की दुनिया में यूएई तेज़ी से आगे बढ़ेगा।

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भारत

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Tanay Mishra

May 24, 2025

OpenAI - ChatGPT

OpenAI's ChatGPT (Representational Photo)

एआई यानी कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI – Artificial Intelligence) के वैश्विक भविष्य को आकार देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए ओपनएआई (OpenAI) और संयुक्त अरब अमीरात - यूएई (United Arab Emirates - UAE) ने एक नई पार्टनरशिप की है, जिसके तहत ओपनएआई का एआई इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म ‘स्टारगेट’ (Stargate) पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अबू धाबी (Abu Dhabi) में शुरू किया जाएगा। यह केंद्र दुनिया का सबसे बड़ा एआई डेटा सेंटर होगा।

पूरे देश में लागू होगा चैटजीपीटी

स्टारगेट, यूएई को 2,000 मील (करीब 3218 किलोमीटर) की परिधि में एआई कंप्यूटिंग सेवा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे विश्व की लगभग आधी आबादी तक तकनीकी पहुंच संभव होगी। यूएई दुनिया का पहला देश होगा, जहां चैटजीपीटी (ChatGPT) को पूरे देश में लागू किया जाएगा। यानी कि हर नागरिक को ओपनएआई की तकनीक तक सीधी और स्थायी पहुंच मिलेगी।

क्या है 'स्टारगेट' प्रोजेक्ट?

स्टारगेट एक दीर्घकालिक वैश्विक प्रोजेक्ट है, जिसके तहत ओपनएआई अगले 4 वर्षों में 500 बिलियन डॉलर्स डॉलर (करीब 42 लाख करोड़ रुपये) का निवेश कर फ्रंटियर-स्केल कंप्यूटिंग क्षमता विकसित करेगा। अबू धाबी में 1 गीगावाट की एआई कंप्यूटिंग क्लस्टर स्थापित की जाएगी, जिसमें 200 मेगावाट क्षमता 2026 तक चालू हो जाएगी। यह प्रोजेक्ट सरकार, ऊर्जा, स्वास्थ्य, शिक्षा और परिवहन जैसे अहम क्षेत्रों में एआई की व्यावहारिक पहुंच को सुनिश्चित करेगा।

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इन दिग्गज कंपनियों की भागीदारी

इस बहु-राष्ट्रीय परियोजना में जी42, ओरेकल, एनवीडिया, सिस्को और सॉफ्टबैंक जैसी वैश्विक टेक्नोलॉजी कंपनियाँ साझेदार हैं। यह डील अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के हालिया मिडिल ईस्ट दौरे के दौरान हुई बैठकों का भी परिणाम है। इसमें यूएई की ओर से अमेरिका में 1.4 ट्रिलियन डॉलर्स (करीब 11,92,39,65,98,40,000 रुपये) की निवेश प्रतिबद्धता भी शामिल है।

भारत से जुड़ाव और भविष्य की दिशा

भारत (India) पहले ही ओपनएआई के एआई मिशन और एप्लीकेशन डेवलपमेंट पहलों को समर्थन दे चुका है, जिससे भविष्य में भारत में भी ऐसी परियोजनाओं की संभावना बनती है। ओपनएआई ने कहा है कि वह ‘ओपनएआई फॉर कंट्रीज़’ पहल के तहत 10 देशों में स्टारगेट जैसे मॉडल लागू करना चाहती है। कंपनी के चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर अगले सप्ताह एशिया-प्रशांत महासागरीय देशों के दौरे पर होंगे, जिसमें संभावित सरकारी और निजी क्षेत्र के साझेदारों से एआई सेवाओं को लेकर बातचीत होगी।

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