
Ukraine People Questioned on Donald Trump Power to End Russia Ukraine War
Donald Trump on Russia Ukraine War: इज़रायल हमास युद्ध का सीज़फायर हो गया है। इस सीज़फायर का अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) दोनों ने ही क्रेडिट लिया है। लेकिन अब इस जंग के युद्धविराम (Israel Hamas Ceasefire) के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध के खत्म होने की उम्मीदें बढ़ने लगी हैं लेकिन इन उम्मीदों को झटका दिया है खुद यूक्रेन ने। जी हां, दरअसल अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने इस युद्ध के खत्म होेने को लेकर एक सर्वे किया है, जिसमें यूक्रेनी जनता ने इस युद्ध के आगे भी चलते रहने की आशंका जताई और ये भी कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप भी इस युद्ध को नहीं खत्म करा सकते।
रिपोर्ट के मुताबिक 31 प्रतिशत यूक्रेनी जनता का कहना है कि ये युद्ध और आगे चलेगा वहीं 31 प्रतिशत ने कहा कि ये कहना मुश्किल है कि ट्रंप इस युद्ध को खत्म करा सकते हैं। इस सर्वे में एक तिहाई से ज्यादा यूक्रेनियों ने माना कि ये युद्ध 2025 के आखिर तक खत्म हो जाएगा।
रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine War) दोनों पक्षों की बातचीत की स्थिति फिलहाल काफी अलग है। वहीं ट्रंप के सलाहकार मानते हैं कि यूक्रेन युद्ध को खत्म करने में महीनों या उससे भी ज़्यादा समय लगे सकता है। जो उनके पदभार संभालने के पहले दिन ही शांति समझौता करने के उनके सबसे बड़े विदेश नीति वादे की सच्चाई को दर्शाता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के खत्म करने की बात पर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भविष्य में रूसी आक्रमण को रोकने के सबसे बड़ा तरीका बताया और वो था नाटो (NATO) को इसकी मध्यस्थता दी जाए। यूक्रेन को डर है कि ट्रंप के नेतृत्व में यूक्रेन के साथ अमेरिका का तालमेल ठीक से बैठने के बहुत कम संभावना है और ऐसे में रूस मौका देखकर और बड़ा हमला कर सकता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध की समाप्ति पर रूस के पूर्व रक्षा मंत्री और शांति वार्ताकार ओलेक्सी रेजनिकोव ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा कि "वे वापस आने के लिए अपनी सैन्य क्षमताएं बढ़ाएंगे। वे वही जारी रखना चाहेंगे जो उन्होंने 2014 में शुरू किया था और 2022 में भी जारी रखा।"
हालांकि व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) ने कहा है कि वे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ युद्ध विराम समझौते पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके साथ उन्होंने ये भी शर्त रखी है कि वे इसके लिए कोई बड़ा क्षेत्रीय समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने ये भी कहा है कि यूक्रेन नाटो (NATO) में शामिल होने की अपनी जिद को छोड़ दे।
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल हमास युद्ध के सीज़फायर का ऐलान करने के बाद इसे लेकर एक प्रेस काफ्रेंस की थी, जिसमें खुद जो बाइडेन ने इस बात का खुलासा किया था कि कतर में इजरायल हमास के बीच हुई इस शांतिवार्ता में डोनाल्ड ट्रंप की टीम भी शामिल थी।
डोनाल्ड ट्रंप के मिडिल ईस्ट में नियुक्ति किए गए दूत स्टीव विटकॉफ को इस शांतिवार्ता में भेजा था। बाइडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस समझौते को पूरा करने में मदद करने का क्रेडिट विटकॉफ को दिया था। इन्होंने बाइडेन के दूत ब्रेट मैकगर्क के साथ मिलकर काम किया, जो 5 जनवरी से दोहा में हैं। ऐसे में अब रूस और यूक्रेन के बीच शांतिवार्ता कराने में ट्रंप से उम्मीदें बढ़ गई हैं। वहीं इस समझौते में तीन देशों अमेरिका, मिस्र और कतर ने मध्यस्थता की थी।
इधर रूस ने अमेरिका में बाइडेन प्रशासन के दौरान यूक्रेन के साथ इस जंग को खत्म कराने के लिए भारत, चीन और ब्राजील को मध्यस्थता करने का आमंत्रण दिया था, उन्होंने कहीं भी अमेरिका का नाम नहीं लिया लेकिन ट्रंप के नेतृत्व में आने के बाद पुतिन अमेरिका के साथ कैसे समीकरण बिठाते हैं ये देखना काफी दिलचस्प होगा क्योंकि ट्रंप ने 20 जनवरी को अपने शपथ ग्रहण के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ मुलाकात करने को कहा है।
Published on:
18 Jan 2025 02:42 pm
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