
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Photo-IANS)
अमरीका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने वेनेजुएला को धमकी दी है कि यदि राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की सरकार अपने 'अपराधी' और 'मानसिक रूप से बीमार' आप्रवासियों को तुरंत वापस नहीं लेता है तो इसके "अकल्पनीय" परिणाम होंगे। ट्रंप ने जोर देकर यह भी कहा है कि वेनेज़ुएला ने ऐसे लोगों को 'जबरन' अमरीका में घुसने के लिए मजबूर किया था।
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि इन 'राक्षसों' ने अमरीका में हज़ारों लोगों को बुरी तरह घायल किया है, यहां तक कि मार भी डाला है। ट्रंप के इस दावे के बाद अमरीकी सेना की वेनेजुएला के क्षेत्र पर हमले की आशंका बढ़ गई है। दूसरी ओर मादुरो बार-बार आरोप लगा रहे हैं कि अमरीका उन्हें सत्ता से हटाने की कोशिश कर रहा है।
अमरीकी हमले की आशंका इसलिए भी गहरा रही है, क्योंकि अमरीकी सेना यहां कैरिबियन सागर में वेनेजुएला को चारों ओर से घेरने में लगी हुई है। अब तक ट्रंप यहां एफ-35 जंगी जहाज, 10 युद्धपोत, न्यक्लियर सबमैरीन और 4500 सैनिक तैनात कर चुके हैं। जानकारों का कहना है कि ड्रग रोकथाम के बहाने वेनेजुएला से आने वाली तस्करी बोटों पर हमला तो सिर्फ बहाना है, असल में अमरीका वेनेजुएला पर हमले की पूरी तैयारी कर चुका है।
अमरीका ने इसी सप्ताह दक्षिणी कमांड क्षेत्र में चौथा गाइडेड-मिसाइल डिस्ट्रॉयर भेजा है, जबकि शुक्रवार को यूएसएस स्टॉकडेल (डीडीजी 106) पनामा पहुंच चुका है। अब इस क्षेत्र में कम से कम 10 अमरीकी नौसेना के जहाज तैनात हैं, जो पूरी दुनिया में तैनात अमरीकी जहाजों का 13% है।
विशेष रूप से वेनेजुएला की घेराबंदी में एलीट स्पेशल ऑपरेशंस यूनिट्स की गुप्त तैनाती से लगता है अमरीकी सेना वेनेजुएला के अंदर हमले या कमांडो छापे मार सकती है।
हवाई तैयारी : 10 एफ-35ए लाइटनिंग-2 स्टेल्थ फाइटर जेट प्यूरिटो रिको में तैनात हैं। ये निगरानी, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और हमले के लिए हैं। वेनेजुएला के रडार, एयरबेस या कार्टेल ठिकानों पर गहराई से हमला कर सकते हैं।
नौसेना ने की नाकेबंदी : तीन आर्लेघ बर्क-क्लास डिस्ट्रॉयर - यूएसएस जेसन डनहम, यूएसएस ग्रेवली और यूएसएस सैम्पसन। हर में 90 से ज्यादा वर्टिकल लॉन्च सेल हैं, जो टोमाहॉक क्रूज मिसाइल, एयर डिफेंस और एंटी-सबमरीन हथियार छोड़ सकते हैं। ये हवा, जमीन और समुद्र पर एक साथ हमला कर सकते हैं।
जल और थल से हमले की तैयारी: आइडब्ल्यू जिमा एम्फीबियस रेडी ग्रुप में यूएसएस आइडब्ल्यू जिमा, यूएसएस सैन एंटोनियो और यूएसएस फोर्ट लॉडरडेल तैनात हैं। इनमें 4500 नाविक और मरीन (22वीं मरीन एक्सपीडिशनरी यूनिट) हैं। एवी-8बी हैरियर जेट, हेलीकॉप्टर और एमवी-22बी ऑस्प्रे से तटीय इलाकों पर हमला या छापा मार सकते हैं।
समुद्र के नीचे से भी घेरा: यूएसएस लेक एरी क्रूजर, मिनियापोलिस-सेंट पॉल लिटोरल कॉम्बैट शिप और एक न्यूक्लियर सबमरीन। ये समुद्र के नीचे नियंत्रण और जासूसी के लिए हैं।
निगरानी: पी-8 पोसाईडन विमान और एमक्यू-9 रीपर ड्रोन ड्रग कार्टेल इलाकों पर नजर रख रहे हैं। ये हमलों के लिए लक्ष्य चुनने में मदद करते हैं।
विशेष बल: स्पेशल ऑपरेशंस फोर्सेस के गुप्त दस्ते जहाजों और फॉरवर्ड जगहों पर तैनात है। ये कार्टेल कमांड की मदद के लिए छापे मार सकते हैं।
लॉजिस्टिक्स और समर्थनः प्यूरिटो रिको और यूएस वर्जिन आइलैंड्स पर लॉजिस्टिक हब को बढ़ाया गया। ईंधन स्टेशन, हथियार भंडार और कमांड सेंटर सक्रिय हैं। ये लंबे ऑपरेशन चलाने में मदद करेंगे।
जुलाई में ट्रंप ने एक गुप्त आदेश पर हस्ताक्षर किए थे ये लैटिन अमरीका में नार्को-टेररिस्ट नेटवर्क पर बल प्रयोग की मंजूरी देते हैं। जिसके अंतर्गत पहले ही 3 वेनेजुएल तस्करी बोट को अब तक निशाना बनाया जा चुका है। अगर कोई सरकार इनकी मदद करे, तो सीमा पार से हमला हो सकता है। निशाने पर वेनेजुएला के राज्य प्रायोजित कार्टेल हैं।
ट्रम्प ने इस सप्ताह इस बात से इनकार किया कि वह वेनेजुएला में शासन परिवर्तन चाहते हैं , लेकिन वाशिंगटन ने पिछले महीने मादुरो की गिरफ्तारी से संबंधित सूचना देने वाले को इनाम की राशि दोगुनी कर 50 मिलियन डॉलर (441 करोड़ रुपए) कर दी थी तथा उन पर मादक पदार्थों की तस्करी और आपराधिक समूहों से संबंध रखने का आरोप लगाया था। माना जा रहा है कि ट्रंप के नजर वेनेजुएला के तेल संसाधनों पर है, जिन्हें दुनिया में सबसे अधिक आंका गया है।
Updated on:
23 Sept 2025 08:23 am
Published on:
22 Sept 2025 08:34 pm
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