
Elon Musk and Arvind Sriniwas
Open Challenge to Elon Musk : एआई सर्च इंजन पर्प्लेक्सिटी एआई के भारतीय मूल ( NRI News) के सीईओ अरविंद श्रीनिवास (Arvind Srinivas Bold Challenge) का विवादों में रहना कोई नई बात नहीं है। अमेरिका की यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डवलपमेंट (United States Agency for International Development-USAID) को बंद करने की (Elon Musk) की मांग के बाद (Perplexity AI) के भारतीय मूल के CEO अरविंद श्रीनिवास (Aravind Srinivas) ने डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump )के नजदीकी और टेस्ला फाउंडर एलन मस्क को चुनौती दी है (Open Challenge to Elon Musk) कि अगर वह कर सकते हैं तो उन्हें संघीय एजेंसी से एक बड़ी राशि जुटाने से रोक कर बताएं।
'श्रीनिवास (Arvind Srinivas) ने एक्स पर पोस्ट किया है, यूएसएआईडी से 500 बिलियन डॉलर जुटाने की सोच रहा हूं। फंडिंग पक्की है। अगर आप मुझे रोक सकते हो तो रोक लो @elonmusk'
यह पोस्ट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क की ओर से संघीय एजेंसी बंद करने के आह्वान के कुछ दिनों बाद आई है। अमेरिका में एक संघीय न्यायाधीश ने शुक्रवार को, 2,200 यूएसएआईडी कर्मचारियों को सवैतनिक अवकाश पर रखने की प्रशासन की योजना पर अस्थायी रोक लगाने का आदेश दिया है।
अरविंद श्रीनिवास पर्प्लेक्सिटी एआई के सह-संस्थापक और सीईओ हैं, जो जेफ बेजोस सहित प्रमुख निवेशकों की ओर से समर्थित एआई-संचालित सर्च इंजन है। श्रीनिवास ने पर्प्लेक्सिटी एआई की एंडी कोन्विंस्की, डेनिस यारात्स और जॉनी हो के साथ 2022 में स्थापना की थी।
ध्यान रहे कि अरविंद श्रीनिवास आईआईटी-मद्रास के पूर्व छात्र हैं, जिन्होंने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले से अपनी पीएचडी पूरी की है। श्रीनिवास ने अपना कैरियर ओपनएआई में एक शोध प्रशिक्षु के रूप में शुरू किया, बाद में Google और डीपमाइंड जैसी प्रमुख तकनीकी कंपनियों में समान भूमिकाएँ निभाईं। पर्प्लेक्सिटी एआई के सह-संस्थापक होने से पहले, वे एक शोध वैज्ञानिक के रूप में ओपनएआई में लौट आए।
यूएसएआईडी (USAID) का पूरा नाम "United States Agency for International Development" है। यह एक अमेरिकी संघीय एजेंसी है, जो अंतरराष्ट्रीय विकास कार्यों को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार है। यूएसएआईडी का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में विकासशील देशों में मानवाधिकार, स्वास्थ्य, शिक्षा, आर्थिक विकास, और आपदाओं के प्रबंधन में मदद करना है। यह एजेंसी विशेष रूप से उन देशों में काम करती है जहां गरीबी, स्वास्थ्य समस्याएँ, और अन्य सामाजिक और आर्थिक चुनौतियां हैं।
यह विकासशील देशों में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए परियोजनाएं चलाती है। इसमें कृषि, ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और व्यापार जैसे क्षेत्रों में काम करना शामिल है।
यूएसएआईडी स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए काम करती है। यह एचआईवी/एड्स, मलेरिया, और टीबी जैसी बीमारियों के इलाज पर भी काम करती है।
एजेंसी शिक्षा क्षेत्र में सुधार करने के लिए कार्यक्रमों का संचालन करती है, ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
यूएसएआईडी प्राकृतिक आपदाओं और मानवीय संकटों से निपटने के लिए सहायता प्रदान करती है। यह आपातकालीन राहत कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल होती है।
यह लोकतंत्र, मानवाधिकार, और शासन सुधार के लिए कार्यक्रम चलाती है, ताकि विकासशील देशों में लोकतांत्रिक संस्थाएँ मजबूत हो सकें। यूएसएआईडी का गठन 1961 में अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी द्वारा किया गया था, और तब से यह अमेरिका का प्रमुख अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी बन गया है। इसका बजट काफी बड़ा होता है और यह सरकारी वित्तीय सहायता प्रदान करती है जो विश्वभर के देशों में विभिन्न क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देने के लिए खर्च की जाती है।
बहरहाल यूएसएआईडी का मुख्यालय वाशिंगटन, डी.सी. में स्थित है, और यह अमेरिका के विदेश मंत्रालय के तहत काम करती है। यह विदेश नीति के हिस्से के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकास और सहायता कार्य करती है, और अक्सर अमेरिकी सरकार के वैश्विक नेतृत्व को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
Updated on:
10 Feb 2025 12:22 pm
Published on:
10 Feb 2025 12:20 pm
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