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महिला Serial Killer क्यों होती हैं ज्यादा खतरनाक? रिसर्च में सामने आई डरावनी सच्चाई

Female vs male serial killers: सीरियल किलर समाज के लिए बड़ा खतरा हैं। लेकिन जब कोई महिला सीरियल किलर बनती है, तो वह पुरुष की तुलना में अधिक खतरनाक हो जाती है। उसे पकड़ना भी मुश्किल होता है।

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Female Serial Killer

एक रिसर्च में सामने आया है कि महिला सीरियल किलर ज्यादा खतरनाक होती हैं। (PC: perplexityai)

Why female serial killers are more dangerous: सीरियल किलर का जब भी जिक्र होता है, दिमाग में एक पुरुष की आकृति बनने लगती है। अक्सर माना जाता है कि पुरुष ही सीरियल किलर हो सकते हैं। लेकिन इतिहास में कई महिलाओं के नाम भी सीरियल किलर के तौर पर दर्ज हैं। एक्स्पर्ट्स का कहना है कि पुरुष के मुकाबले महिला सीरियल किलर ज्यादा खौफनाक होती हैं। उनका वारदात को अंजाम देने का तरीका पुरुषों से अलग होता है और इस वजह से उन्हें पकड़ना मुश्किल बन जाता है।

'अपनों' को बनाती हैं शिकार

मिरर यूके की रिपोर्ट के अनुसार, क्राइम इन्वेस्टिगेशन्स की रिसर्च से पता चलता है कि पुरुष सीरियल किलर के किसी अजबानी को अपना शिकार बनाने की संभावना अधिक रहती है। जबकि महिला सीरियल किलर इसके एकदम विपरीत हैं। उनके किसी परिचित को मौत के घाट उतारने की संभावना दोगुना अधिक रहती है।

अचानक हमला बोलने में यकीन

रिसर्च से यह भी पता चलता है कि करीब 65.4 प्रतिशत पुरुष सीरियल किलर किसी न किसी तरीके से अपने शिकार का पीछा करते थे और फिर उन्हें निशाना बनाते थे। जबकि महिला अपराधियों में यह आंकड़ा महज 3.6% रहा। महिला सीरियल किलर अचानक हमला बोलती हैं। ब्रिटिश इतिहास में कई ऐसी महिला सीरियल किलर के नाम दर्ज हैं, जिन्होंने देश को हिलाने वालीं वारदातों को अंजाम दिया।

UK की पहली सीरियल किलर

ब्रिटिश इतिहास में मैरी एन कॉटन का नाम पहली महिला सीरियल किलर के तौर पर दर्ज है। 1832 में वेस्ट ऑकलैंड में जन्मी कॉटन के बारे में कहा जाता है कि उसने अपने 3 पति, 10 बच्चों, एक प्रेमी और यहां ताकि अपनी मां को भी मार डाला था। इसके बाद उसने एक-एक करके सभी का लाइफ इंश्योरेंस हथिया लिया। कॉटन ने करीब 21 लोगों की हत्या की थी, लेकिन उसे केवल एक मर्डर के लिए सजा हुई। वह आसानी से उपलब्ध जहर देकर लोगों को मौत के घाट उतारती थी।

बच्चों को मौत के घाट उतारा

1960 के दशक में यूके में फिर एक महिला सीरियल किलर का आतंक दिखाई दिया। इयान ब्रैडी ने अपने साथी के साथ मिलकर कई बच्चों की हत्या की। बच्चों का यौन उत्पीड़न करने के बाद उन्हें दफना दिया जाता था। 1966 में उसे दोषी ठहराया गया और 2002 में सलाखों के पीछे ही इसकी मौत हो गई। इसी तरह, रोज़ वेस्ट ने अपने पति फ्रेड वेस्ट के साथ मिलकर कई औरतों और जवान लड़कियों को मौत के घाट उतारा। बाद में जेल में उसने आत्महत्या कर ली।

नर्स बन गई खूंखार कातिल

पेशे से नर्स बेवर्ली एलिट ने 1990 के दशक में कम से कम चार बच्चों की हत्या की और कई दूसरे बच्चों को मारने की कोशिश की। एलिट ने बच्चों को ड्रग्स और इन्जेक्शन में हवा भरके लगाया। 1993 में उसे दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई गई। इसी तरह, 2023 में लूसी लेटबी को सात बच्चों की हत्या और छह की मर्डर की साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया। लूसी लेटबी भी पेशे से नर्स थी। उसने 2015 और 2016 के दौरान बच्चों को इंसुलिन से जहर देकर और सांस की नली में रुकावट डालकर मौत के घाट उतारा। आमतौर पर महिलाओं को कम हिंसक माना जाता है, लेकिन ये घटनाएं दर्शाती हैं कि हिंसक प्रवृत्ति लैंगिक पहचान पर आधारित नहीं होती।