
Benjamin Netanyahu and Hamas terrorists
इज़रायल (Israel) और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास (Hamas) के बीच 19 जनवरी, 2025 को हुए युद्ध-विराम और सीज़फायर समझौते में अब अड़चन आ गई है। दरअसल हमास ने सोमवार को इज़रायल पर सीज़फायर के उल्लंघन का आरोप लगाया। हमास का कहना है कि सीज़फायर के बावजूद इज़रायली सेना ने कुछ फिलिस्तीनी नागरिकों की हत्या की, गाज़ा स्ट्रिप में मानवीय सहायता पहुंचने से रोका और उत्तरी गाज़ा में लोगों के अपने घर पहुंचने में देरी भी करवाई। इसके चलते अब हमास ने बंधकों की रिहाई पर भी रोक लगा दी है। ऐसे में दोनों पक्षों में तनाव बढ़ सकता है।
हमास के बंधकों की रिहाई पर रोक लगाने से अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) भी नाराज़ हैं। ट्रंप ने हमास को धमकी दी है कि अगर शनिवार तक सभी इज़रायली बंधकों को रिहा नहीं किया गया, तो हमास को इसका अंजाम भुगतना होगा। हमास की तरफ से भी ट्रंप की धमकी का जवाब सामने आ गया है। हमास ने कहा है कि ट्रंप की इस धमकी से युद्ध-विराम और सीज़फायर समझौते में मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
इज़रायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) इस मामले पर हाई-लेवल मीटिंग करेंगे। वहीं, इज़रायली रक्षा मंत्री इज़रायल काट्ज़ (Israel Katz) ने हमास के बंधकों की रिहाई पर रोक लगाने को सीज़फायर के समझौते का उल्लंघन बताया है।
कतर (Qatar) और मिस्त्र (Egypt) ने इज़रायल और हमास के बीच युद्ध-विराम में अहम भूमिका निभाई है। हालांकि वर्तमान स्थिति को देखते हुए मिस्त्र के सुरक्षा सूत्रों को लग रहा है कि यह युद्ध-विराम समझौता टूट सकता है। ऐसे में एक बार फिर गाज़ा में युद्ध छिड़ने की संभावना जताई जा रही है।
इज़रायल-हमास युद्ध (Israel-Hamas War) में सीज़फायर लागू होने से फिलिस्तीनियों को बड़ी राहत मिली। बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने घर लौट गए। हालांकि अब जब युद्ध-विराम समझौते पर संकट मंडरा रहा है, तो फिलिस्तीनियों की चिंता भी बढ़ गई है।
यह भी पढ़ें- पुल से खाई में गिरी यात्रियों से भरी बस, ग्वाटेमाला में 55 लोगों की मौत
Published on:
11 Feb 2025 03:02 pm
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
