
Donald Trump
Donald Trump return: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई महीनों तक यह दावा किया है कि यदि वह राष्ट्रपति होते, तो दुनिया में सब कुछ ठीक होता। हालांकि यह बात सही है या नहीं, यह समय ही बताएगा, क्योंकि वह उस समय के लिए जिम्मेदार होंगे जब अमेरिका को अपनी चुनौतियों का सामना करना होगा। डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करेंगे। उन्होंने अपने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान कई घरेलू मुद्दों जैसे आप्रवास और मुद्रास्फीति हल करने का वादा किया था। इसके साथ ही, उन्होंने अपनी "अमेरिका फर्स्ट" विदेश नीति की वापसी की भी घोषणा की ।
डोनाल्ड ट्रंप का यह दावा है कि वे शपथ लेने के 24 घंटे के अंदर रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त कर देंगे। उन्होंने पश्चिम एशिया में युद्ध समाप्त करने का भी वादा किया था। इसके अलावा, उन्होंने विदेशी वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाने की घोषणा की है।
इस महीने, राष्ट्रपति-निर्वाचित ट्रंप ने ब्रिक्स देशों, जिसमें भारत भी शामिल है, को 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी। उन्होंने इन देशों से यह स्पष्ट प्रतिबद्धता मांगी है कि वे अमेरिकी डॉलर के स्थान पर कोई नई मुद्रा नहीं बनाएंगे या किसी अन्य मुद्रा को डॉलर के स्थान पर समर्थन नहीं देंगे।
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म "ट्रुथ सोशल" पर एक पोस्ट में कहा, "ब्रिक्स देशों का अमेरिकी डॉलर से बाहर जाने का विचार अब खत्म हो चुका है। हम इन देशों से यह प्रतिबद्धता चाहते हैं कि वे कोई नई ब्रिक्स मुद्रा नहीं बनाएंगे और न ही किसी और मुद्रा को अमेरिकी डॉलर की जगह देंगे, अन्यथा उन्हें 100 प्रतिशत टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।"
नवंबर में, ट्रंप ने यह वादा किया था कि वह अपने पहले कार्यकारी आदेश के तहत मैक्सिको और कनाडा से आने वाली सभी वस्तुओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे। उन्होंने यह कदम अवैध आप्रवासन और मादक पदार्थों के व्यापार के खिलाफ उठाने का संकल्प लिया।
ट्रंप ने चीन से आने वाली वस्तुओं पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया। उनका कहना था कि चीन से अमेरिका में भारी मात्रा में ड्रग्स आ रहे हैं, खासकर फेंटानाइल, और उन्होंने चीन से इसे रोकने की मांग की थी।
ट्रंप ने यह भी पुष्टि की कि वह देश में अवैध तरीके से रहने वाले अप्रवासियों को निकालने के लिए राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करेंगे। इस कदम के तहत, उन्होंने यह भी कहा कि सैन्य बलों का इस्तेमाल कर अप्रवासियों को देश से बाहर किया जाएगा।
5.रूस-यूक्रेन युद्ध को 24 घंटे में खत्म कर देंगे
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति बने तो वह रूस-यूक्रेन युद्ध को 24 घंटे में खत्म कर देंगे। उन्होंने अपने पहले पेरिस दौरे में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की और युद्ध को खत्म करने के रास्ते पर चर्चा की। उनका यह भी कहना था कि रूस इस समय एक "कमजोर स्थिति" में है और चीन इसमें मदद कर सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में इजराइली-अमेरिकी होस्टेज़ की रिहाई पर कड़ा रुख अपनाया है और कहा कि यदि वे अगी 20 जनवरी से पहले सत्ता संभालते हैं और होस्टेज़ को रिहा नहीं किया जाता है, तो इस्राइल और उसके सहयोगियों से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
7 अवैध भारतीय अप्रवासियों के भविष्य पर सवाल
डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के साथ ही अवैध भारतीय अप्रवासियों के भविष्य पर सवाल उठना स्वाभाविक है, क्योंकि ट्रंप के पहले राष्ट्रपति कार्यकाल में उन्होंने कई कड़े कदम उठाए थे जो अप्रवासियों, खासकर अवैध अप्रवासियों के खिलाफ थे। यदि ट्रंप 2024 में फिर से राष्ट्रपति बनते हैं, तो उनकी वापसी के साथ अवैध भारतीयों पर क्या असर पड़ेगा, इस पर विचार करना महत्वपूर्ण है।
डिपोर्टेशन (Deportation): ट्रंप ने पहले कहा था कि वह अवैध अप्रवासियों को निर्वासित करने के लिए अधिक कड़े कदम उठाएंगे। इसमें भारत से आने वाले अवैध अप्रवासी भी शामिल हो सकते हैं।
ट्रंप अपने पहले कार्यकाल में H1B वीज़ा पर भी कड़े प्रतिबंध लगाने की बात करते थे, जो भारतीय पेशेवरों के लिए प्रमुख वीज़ा श्रेणी है। हालांकि, यह मुख्यतः वैध अप्रवासियों के लिए था, फिर भी यह अप्रत्यक्ष रूप से अवैध अप्रवासियों पर भी असर डाल सकता है। ट्रंप ने अप्रवासियों से जुड़े कई कानूनों को लागू करने की योजना बनाई थी, जैसे सुरक्षा जांच और कार्यस्थल पर निरीक्षण। भारत से आने वाले अवैध अप्रवासी ऐसे निरीक्षणों का शिकार हो सकते हैं।
ट्रंप प्रशासन ने पहले अवैध अप्रवासियों से जुड़े आर्थिक नीतियों को मजबूत किया था, जिसमें अवैध कामकाजी अप्रवासियों के खिलाफ जांच और कार्रवाई की जाती थी। अवैध भारतीय अप्रवासी, जो बिना काम की अनुमति के कार्यरत हैं, उन्हें भी इससे परेशानी हो सकती है।
बहरहाल डोनाल्ड ट्रंप का व्हाइट हाउस में वापसी का समय अमेरिका और दुनिया के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आ सकता है। उनके व्यापारिक दृष्टिकोण, विदेश नीति और घरेलू मुद्दों के बारे में उनके फैसले वैश्विक राजनीति को प्रभावित करेंगे। अब यह देखना होगा कि ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान अमेरिकी नीति कैसे विकसित होती है और दुनिया पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हो सकते हैं, लेकिन अप्रवास नीति एक संवेदनशील मुद्दा हो सकता है। अगर ट्रंप अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कड़े कदम उठाते हैं, तो इससे भारत के कई नागरिकों पर असर पड़ेगा, खासकर जो लंबे समय से अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं।
Updated on:
24 Dec 2024 01:59 pm
Published on:
24 Dec 2024 01:58 pm
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