
Sawan Rudrabhishek : श्रावण में किस चीज से रुद्राभिषेक करने से क्या फल प्राप्त होता है,
Sawan Rudrabhishek : जैसे ही हिन्दू कैलेंडर में सावन महीने की एंट्री होती है शिव भक्तों का जोश ही देखना बनता है। इस महीने की तो बात ही कुछ और है कहते हैं शिवजी के सबसे प्रिय महीनों में से एक है सावन । भोलेनाथ को खुश करने का टाइम है तो भक्त लोग भी कोई कसर नहीं छोड़ते। शिवलिंग पर रुद्राभिषेक (Sawan Rudrabhishek) करना सावन महीने में सबसे पुण्यकारी बताया गया है।
दूध, पानी, शहद, दही, घी… हर चीज़ का अपना अलग ही मतलब है। कौन-सी चीज से क्या मिलता है? किसे सुख-समृद्धि चाहिए, किसे शांति, किसे हेल्थ? सबका जुड़ाव है रुद्राभिषेक (Sawan Rudrabhishek) के इन द्रव्यों से। चलो इस पावन महीने की शुरूआत से पहले जरा डीटेल में जान लेते हैं आखिर किस ची से क्या खास महत्व है।
इस वर्ष श्रावण मास 11 जुलाई, शुक्रवार से प्रारंभ हो रहा है। पूरे महीने शिव भक्त मंदिरों में जाकर महादेव का जलाभिषेक करते हैं, क्योंकि मान्यता है कि भोलेनाथ केवल एक लोटा जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। लेकिन रुद्राभिषेक (Sawan Rudrabhishek) का महत्व इससे कहीं अधिक है, क्योंकि यह विभिन्न समस्याओं के निवारण और विशिष्ट इच्छाओं की पूर्ति के लिए किया जाता है।
Sawan Rudrabhishek :रुद्राभिषेक का महत्व
1. दूध से अभिषेक
श्रावण मास में भगवान शिव को दूध से अभिषेक करना अत्यंत शुभ माना जाता है। विशेषकर श्रावण के प्रत्येक सोमवार को गाय के दूध से शिवलिंग का अभिषेक करने से महादेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। यह न केवल आध्यात्मिक शांति देता है बल्कि जीवन में समृद्धि का मार्ग भी प्रशस्त करता है।
2. दही से अभिषेक
यदि आपके कार्यों में लगातार बाधाएं आ रही हैं या आत्मविश्वास में कमी महसूस होती है तो श्रावण में दही से शिवलिंग का अभिषेक करना अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है। दही से अभिषेक करने से सभी प्रकार के विघ्न दूर होते हैं। व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है और घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
3. गंगाजल से अभिषेक
यह सर्वविदित है कि भगवान शिव ने अपनी जटाओं में गंगा मैया को धारण किया है। इसलिए श्रावण मास में गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करने वाले भक्त को महादेव के साथ-साथ मां गंगा का भी विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। ऐसी मान्यता है कि गंगाजल से अभिषेक करने से व्यक्ति जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
4. शहद से अभिषेक
जो शिव भक्त पवित्र श्रावण मास में शहद से महादेव का अभिषेक करते हैं उन्हें जीवन में अपार मान-सम्मान प्राप्त होता है। इसके अलावा शहद से अभिषेक करने से वाणी दोष दूर होते हैं और व्यक्ति के स्वभाव में कोमलता आती है। यह सामाजिक और व्यक्तिगत संबंधों में सुधार लाता है।
5. घी से अभिषेक
यदि कोई व्यक्ति लंबे समय से किसी बीमारी से ग्रस्त है तो श्रावण में शुद्ध देसी घी से शिवलिंग का अभिषेक करना अत्यंत प्रभावी माना जाता है। घी से अभिषेक करने से व्यक्ति का स्वास्थ्य हमेशा अच्छा रहता है और पुरानी से पुरानी बीमारियों से भी मुक्ति मिलती है।
6. इत्र से अभिषेक
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक तनाव एक आम समस्या है। यदि आप किसी भी प्रकार के मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं तो श्रावण में इत्र से भगवान शिव का अभिषेक करना बहुत लाभकारी होता है। इत्र से अभिषेक करने से मन को शांति मिलती है और जीवन में सुकून आता है।
7. गन्ने के रस से अभिषेक
आर्थिक समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए श्रावण में गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक करना अत्यंत फलदायी होता है। यह दरिद्रता को दूर करता है और व्यक्ति के जीवन में धन-धान्य की वृद्धि होती है।
8. शुद्ध जल से अभिषेक
भगवान शिव का आशीर्वाद और पुण्य प्राप्त करने के लिए शुद्ध जल से अभिषेक का विशेष महत्व है। यह सबसे सरल और सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है जो भक्तों पर भोलेनाथ की विशेष कृपा बरसाता है, जिससे उनके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है।
9. सरसों के तेल से अभिषेक
जिन लोगों की कुंडली में किसी प्रकार का ग्रह दोष होता है या जो अपने शत्रुओं से परेशान हैं, उन्हें श्रावण में सरसों के तेल से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। इससे ग्रह-दोषों का प्रभाव कम होता है, शत्रुओं का नाश होता है और व्यक्ति में साहस व पराक्रम की वृद्धि होती है।
Published on:
28 Jun 2025 12:43 pm
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