28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

video : चातुर्मास के लिए पधारे संत, आगमन से महक उठा हमारा उपवन…

जब हुआ संतगणों का मंगल प्रवेश, तो धर्ममय हो गया नगर

2 min read
Google source verification
patrika

jain temple,chal samaroh,Jain saints,

आगर-मालवा. चातुर्मास पर्व के लिए आगर आए संतगणों का शुक्रवार को गाजे-बाजे के साथ नगर में मंगल प्रवेश हुआ। सुबह 9 बजे वासुपूज्य तारकधाम जैन मंदिर से चल समारोह निकाला गया जो कि शहर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ जैन ओसवाल भवन पहुंचा, जहां धर्मसभा का आयोजन किया गया। संतगणों के मंगल प्रवेश के दौरान समाजजनों ने जगह-जगह गहुली कर स्वागत किया। महिलाएं अलग-अलग वैशभूषा एवं कलश धारण कर चल रही थीं, वहीं समाज के बच्चे उत्सव मनाते हुए चल रहे थे। छोटी-छोटी बालिकाएं व युवतियां आचार्य नवरत्नसागर सुरिश्वरजी महाराज की तस्वीर को साथ लेकर चल रही थीं।

सकल जैन श्रीसंघ एवं नवरत्न चातुर्मास समिति जैन श्वेतांबर मूर्ति पूजक श्रीसंघ के तत्वाधान में सुबह 9 बजे इंदौर-कोटा राजमार्ग स्थित वासुपूज्य तारकधाम जैन मंदिर सें नवकारसी के बाद वर्षावास करने पधारे मुनिश्री आदर्शरत्न सागर, मुनिश्री अक्षतरत्न सागर, मुनिश्री विशुद्धरत्न सागर, मुनिश्री अर्हमरत्न सागर मुनिश्री समकीतरत्न सागर मसा एवं साध्वीवर्या गुणज्ञा श्रीजी मसा आदि ठाणा 8 का शहर में वरघोड़ा निकाला गया, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ जैन ओसवाल भवन में धर्मसभा परिवर्तित हुआ। वरघोड़े के दौरान समाजजनों ने मुनिश्री के समक्ष गहुली की। वरघोड़े में नगर एवं मालवा अंचल के सभी नगरों तथा चैन्नई, सूरत, बैंगलूरू, अहमदाबाद, कुन्नुर, मैसूर, कोटा एवं प्रतापगढ़ के गुरु भक्तों, नवरत्न परिवार के प्रशांत सकलेचा, राष्ट्रीय महामंत्री रखब विजावत बड़ोद, प्रदेशाध्यक्ष निलेश बुरड़ कानवन, मालवा महासंघ के संजय सोनी तथा विमल चौधरी ने भाग लिया। इनका बहुमान केशरीमल छाजेड़ सुवासरा वाला परिवार ने किया। मुनिश्री को गणि पदवी प्राप्त होने का पत्र राजेश डगवाला उज्जैन ने पढ़ कर सुनाया। गुरूपूजा का लाभ अशोक मनिहार सुरत परिवार ने लिया। साधार्मिक वात्सल्स के लाभार्थी भंडारी परिवार चिप्या वाले रहे। इस आयोजन में मुंबई से आए गौतम जैन द्वारा धार्मिक भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। इस अवसर पर इंदौर, नलखेड़ा, महिदपुर, पिपलोन, बड़ोद, डग, इंदोख आदि शहरों से आई महिला मंडल, बालिका एवं बालक मंडल व नगर के नवरत्न परिवार सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे। जानकारी अशोक नाहर ने दी।

हम शिक्षण नहीं, संस्कार देने आए हं
हम शिक्षण नहीं संस्कार देने आए हैं, हम केरियर नहीं केरेक्टर बनाने आए हैं, विश्व को संत ही संस्कार दे सकता है, जप-तप, आराधना से ही जीवन में परिवर्तन आता है जीवन में परिवर्तन करना चाहिए यह बात शुक्रवार को मुनिश्री आदर्शरत्न सागर मसा ने जैन ओसवाल भवन में आयोजित धर्मसभा के दौरान प्रवचन देते हुए कही। धर्मसभा में हजारों की संख्या में समाजजन उपस्थित थे।