जैन मंदिर से अष्टधातु की मूर्तियां चोरी, समाजजनों ने रखा बंद
सुसनेर के जैन मंदिर में चोरों ने बीती रात धावा बोला। अष्टधातु की बनी लाखों रुपए कीमत की मूर्तियां और छत्र सहित अन्य सामान पर हाथ साफ कर दिया। सुसनेर थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। मूर्तियां नहीं मिलने तक समाजजन प्रतिष्ठान रखेंगे बंद
इंदौर-कोटा राजमार्ग स्थित दिगंबर जैन समाज के त्रिमूर्ति मंदिर से शुक्रवार-शनिवार की रात चोरों ने अष्टधातु की 14 मूर्तियां, चांदी के छत्र व अन्य सामान चुरा लिया। इधर सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और जांच में जुट गई तो समाज ने नगर बंद करवा दिया। समाज ने मूर्तियां नहीं मिलने तक बंद का एलान किया है। चोरी गई मूर्तियों की कीमत करीब 7 लाख रुपए है।
चोरी की जानकारी शनिवार तड़के 4.30 बजे लगी, जब मंदिर में सफाई करने वाला कालूराम पहुंचा। सामान अस्त-व्यस्त देखकर उसने समाजजनों को सूचित किया। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। इधर त्रिमूर्ति दिगंबर जैन मंदिर अध्यक्ष कोमलचंद जैन ने थाने में चोरी का मामला दर्ज करवाया है।
विरोध में नगर बंद
जैसे ही चोरी की जानकारी समाजजनों को लगी वे आक्रोशित हो गए। जानकारी विराजमान आचार्यश्री दर्शनसागर को भी दी गई। थाना प्रभारी पहुंचे व जानकारी ली। हालांकि सुराग नहीं मिला। इधर आक्रोशित समाजजनों ने नगर बंद का आह्वान कर दिया और घोषणा की मूर्ति मिलने तक बंद रहेगा। इधर चोरों की सूचना देने वाले को 21 हजार देने की घोषणा की। आचार्यश्री ने कहा कि चोर मूर्ति नहीं हमारी आस्था ले गए हैं। जैन समाज अहिंसावादी है किंतु प्रशासन को सोचना चाहिए कि समाज को अहिंसा का रास्ता छोड़कर हिसा पर उतारू न होना पड़े।
एसपी आरएस मीणा के साथ एसडीएम जीएस डाबर, एसडीओपी डीके माले, थाना प्रभारी एसएस परिहार, तहसीलदार जगदीशचंद वर्मा ने घटनास्थल का दौरा किया। चोरो का पता लगाने के लिए फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट व डाग स्क्वॉड की भी मदद ली गई।
ऐसे की चोरी
चोर रात 12 से 4 बजे के बीच मंदिर के पिछले हिस्से से अंदर पहुंचे। यहां से ऊपरी हिस्से से होते हुए गर्भगृह में पहुंचे और वेदी में विराजित अष्टधातु की मूर्ति चुरा ली। चोरों ने पास ही रखी कीमती मूर्ति से आलमारी तोडऩे की कोशिश की किंतु सफल नहीं हुए। मंदिर के बाहरी हिस्से में विराजित पद्मावती माता की मूर्ति के जेवर, छत्र, पायजेब, कान के जेवर सहित रक्षपाल बाबा की मूर्ति का चांदी का छत्र ले गए। चोर कैलाश पर्वत की रचना पर विराजित भगवान आदिनाथ की प्रतिमा के यहां लगा 500 ग्राम चांदी का छत्र ले गए।
ये मूर्तियां हुईं चोरी-
11 इंच की 2 खड़ी मूर्ति, 5 इंच पदमासन की 5 मूर्ति, 9 इंच पदमासन 2 मूर्ति, 24 भगवान की 1 मूर्ति, 24 भगवान की छोटी 1 मूर्ति, 3 इंच पदमासन 3 मूर्ति, छत्र चांदी 1 नग, मुकुट चांदी 1 नग,हार चांदी 4 नग, बड़ा मुकुट 1 नग ले गए।
टीम ने की जांच-एफएसएल अधिकारी आरसी भाटी, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट राहुल कामलिया, एसआई अनिल सिंह डॉग स्क्वॉड के साथ शाजापुर से सुसनेर पहुंचे और जांच की। खोजी कुत्ता मंदिर के पिछले हिस्से में गया लेकिन सड़क किनारे जाकर वापस आ गया।
इनाम की घोषणा
एसपी ने चोरों का पता बताने वाले का नाम गुप्त रखकर 10 हजार रुपए देने की घोषणा की है। दूसरी ओर समाज ने भी पता बताने वाले को 21 हजार रुपए देने का एलान किया है। एसपी ने जांच के लिए एसडीओपी के निर्देश में टीम गठित की है।
समाज ने दिया ज्ञापन-घटना के विरोध में मंदिर से समाजजनों ने मौन जुलूस निकाला। इसमें हजारों लोग शामिल हुए। जुलूस प्रमुख मार्गों से होता हुआ शुक्रवारिया चौराहे पहुंचा। यहां पूर्व विधायक बद्रीलाल सोनी, प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि राणा विक्रम सिंह, चतुर्भुजदास भूतड़ा, पारस जैन आगर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ईरशाद मोहम्मद कुरैशी, समाजजन प्रेमचंद जैन जीनवाला, गुलाबचंद जैन, अशोक कंठाली, शांतिलाल जैन आदि मौजूद थे। बाद में राज्यपाल के नाम ज्ञापन एसडीएम जीएस डाबर को सौंपा। ज्ञापन में 24 घंटे में चोरों को पकडऩे की मांग की।
चोर गिरफ्त में होंगे
चोरी में 14 जैन अष्टधातु की मूर्ति सहित जेवर व छत्र गए हैं। चोरों का पता लगाने के लिए टीम गठित की है। पता बताने वाले को 10 हजार का इनाम देंगे।