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एमपी में बीजेपी को बड़ा झटका, पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुईं महिला नेत्री

Susner's Nagar Parishad President Laxmi Sisodia resigned from BJP

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Susner's Nagar Parishad President Laxmi Sisodia resigned from BJP

Susner's Nagar Parishad President Laxmi Sisodia resigned from BJP

मध्यप्रदेश में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। एक महिला नेत्री पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। आगर मालवा के सुसनेर की नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सिसौदिया ने बीजेपी से त्यागपत्र दे दिया है। उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए
सत्तापक्ष और विपक्ष के पार्षद एकजुट हो गए थे। नप अध्यक्ष को हटाने के लिए पार्षदों ने बाकायदा कसम खाई थी। गहमागहमी के इस माहौल में लक्ष्मी सिसोदिया ने बीजेपी से इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वाइन कर ली है।

सुसनेर नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सिसौदिया के खिलाफ पार्षदों का विरोध तेज हो रहा है। स्थिति यह है कि अध्यक्ष की पार्टी के पार्षद भी खुलकर विरोध में उतर आए हैं। शनिवार को डाक बंगला स्थित विश्राम गृह पर प्रेस वार्ता में 12 पार्षदों और प्रतिनिधियों ने एक स्वर में अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कुर्सी से हटाने की कसम खाई।

आरोपों की लंबी सूची पेश की

पार्षदों ने कहा परिषद में ई-रिक्शा की खरीदी से लेकर लोहे की हाथ गाड़ियों, स्ट्रीट लाइटों और मरमत कार्यों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई हैं। 2022-23 में नगर परिषद ने 22 लाख लाइट खरीदी गई। इसके बाद दो वर्षों में 8 लाख रुपये की लाइट खरीदी गई। इतना ही नहीं, अगस्त में 10 लाख की लागत की लाइट चोरी हो जाना भी गंभीर सवाल खड़े करता है। मरमत के नाम पर दो वर्ष में 20 लाख का भुगतान किया गया, लेकिन वास्तविक सुधार कार्य दिखाई नहीं देते। सफाई कर्मचारियों और अन्य निकाय कर्मचारियों से वेतन वृद्धि दिलाने के नाम पर वसूली का आरोप लगाया।

पुराने कार्यों पर भी उठे सवाल

पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि वर्ष 2016-17 में पूर्व परिषद कार्यकाल के दौरान नगर में दो स्वागत द्वार लगाए गए थे, जिनकी अनुमानित 5 से 10 लाख थी। आरोप है कि वर्तमान अध्यक्ष प्रतिनिधि ने द्वारों को बेच दिया। पार्षदों का कहना है कि यह न केवल भ्रष्टाचार का मामला है बल्कि नगर की जनता के विश्वास और संसाधनों के साथ धोखा भी है।

पार्षदों की उपस्थिति-पार्षद इब्बादुल्ला खान, प्रदीप सोनी, नईम मेव, शेख फारुद, ईश्वरसिंह कावल, युगल परमार, जितेंद्र सांवला, दिलीप जैन, अर्जुन जादमे, पवन शर्मा और मोहसिन मौजूद रहे। पार्षद राकेश कानूडिया ने दूरभाष के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करवाई। सभी ने अध्यक्ष को हटाने के लिए सामूहिक रूप से संकल्प लिया।

नप अध्यक्ष लक्ष्मी सिसौदिया ने इस पर कहा था कि मेरे ऊपर पार्षदों के लगाए गए आरोप निराधार हैं। नगरीय क्षेत्र में विकास और निर्माण कार्य नियमानुसार हुए हैं।

रविवार को तेजी से घटे घटनाक्रम

जबर्दस्त विरोध के बाद रविवार को तेजी से घटे घटनाक्रम में नप अध्यक्ष लक्ष्मी सिसौदिया ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है। विधायक भैरोसिंह परिहार की मौजूदगी में लक्ष्मी सिसोदिया ने कांग्रेस की सदस्यता ली। विधायक ने दुपट्टा पहनाकर उनका स्वागत किया।

नगर परिषद में कुल 15 पार्षद हैं। 12 पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ खुलकर विरोध जताया है। इनमें बीजेपी के 7, कांग्रेस के 4 और एक निर्दलीय पार्षद शामिल हैं।