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लोकसभा चुनावः भाजपा को हराने के लिए अखिलेश ने बनाई नई रणनीति

सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जारी किया पार्टी नेताओं के लिए प्लान, 20 अगस्त से आम जनता के सहयोग से होगा विभिन्न मुद्दों पर प्रदर्शन

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आगरा

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Abhishek Saxena

Aug 14, 2018

आगरा। लोकसभा चुनाव 2014 में मोदी सरकार को जो प्रचंड बहुमत मिला था। विपक्षी पार्टियां उस बहुमत को तोड़ने का पूरा दमखम लगा रही है। 2019 लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी महागठबंधन कर भाजपा को सत्ता से दूर करने की कवायद कर रही है। यूपी से भाजपा ने 73 सीटें जीती थीं। उन सीटों को बढ़ाने के लिए भाजपाई लगातार एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं तो समाजवादी पार्टी यूपी में भाजपा का किला ढहाने के लिए जोर लगा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष को निर्देश दिए हैं।

सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने साध भाजपा पर निशाना
प्रदेश सरकार पर अखिलेश यादव ने निशाना साधते हुए सभी जिलाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि आम जनता के बीच जाकर भाजपा सरकार की नाकामियों और प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था की जानकारी दी जाए। इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम का जारी पत्र चर्चा में है। जिसमें लिखा है कि प्रदेश सरकार ने 28 और 29 जून 2018 को स्मार्ट सिटी और निवेश पर समिट का आयोजन कर जनता की कमाई का करोड़ों रुपया पानी की तरह बहा दिया। पीएम मोदीजी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पीठ थपथपाई और कहा कि प्रदेश तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है। कानून व्यवस्था चुस्त दुरस्त है। कैशवैन में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई और लाखों रुपये से भरा थैला लूटकर योगी सरकार को खुली चुनौती देते हुए भाग गए। देवरिया में एक नारी निकेतन बालिका संरक्षण गृह में बालिकाओं के साथ हो रहे यौन शोषण का भंडाफोड़ हुआ। देवरिया की तरह कई अन्य जनपदों में भी इसी प्रकार के अवैध धंधे और बालिकाओं के यौन शोषण के मामले उजागर हुए हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने जिलाध्यक्षों को भेजे पत्र में कहा है कि भाजपा की सरकार जब से प्रदेश में सत्तारूढ़ हुई है तभी से कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा महिलाओं, किसानों, छात्रों, कर्मचारियों, दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, शिक्षकों आदि वर्गों की समस्याओं को लेकर 20 अगस्त को प्रदेश के सभी तहसील मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण धरना देकर ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया है।

प्रदेश सरकार की विफलता की लिस्ट जारी की
यूपी सरकार की विफलताओं की लिस्ट सपा ने जारी की है। जिसमें तमाम मुद्दों को शामिल किया गया है। ध्वस्त कानून व्यवस्था, दिन दहाड़े लूट, हत्या और बलात्कार, बेटी बहन बचाओ, महिला उत्पीड़न, नारी निकेतनों, बालिका संरक्षण ग्रहों में व्याप्त भ्रष्टाचार और बच्चियों का शोषण, किसानों के गन्ना बकाया, कर्ज माफी, मूल्य समर्थन योजना के अंतर्गत बिचौलियों द्वारा किसानों का शोषण और किसानों द्वारा आत्महत्या किया जाना। विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में बेतहाशा फीस वृद्धि और छात्रों का उत्पीड़न। महंगाई चरम पर। मुफ्त गैस कनेक्शन गरीबों के साथ धोखा। विद्युत दरों में बेतहाशा वृद्धि, बेरोजगार नौजवानों की समस्या, सहकारिता क्षेत्र की संस्थाओं पर जबरन कब्जा, बाढ़ पीड़ितों को राहत व्यवस्था न किया जाना। राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न, पिछले, दलित अल्पसंख्यक अधिकारियों और कर्मचारियों का उत्पीड़न, भगवा धारियों द्वारा पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न, शिक्षामित्रों, आंगनबाड़ियों और आशाबहुओं का उत्पीड़न, समाजवादी पेंशन बंद कर गरीब महिलाओं के साथ अन्याय, मेधावी छात्रों को लैपटॉप देने की सुविधा समाप्त कर उनके साथ अन्याय जैसे मुद्दों को इस प्रदर्शन में शामिल किया जाएगा। जिलाध्यक्ष रामसहाय यादव और महानगर अध्यक्ष वाजिद निसार का कहना है कि पार्टी द्वारा मिले निर्देशों पर काम शुरू किया जा रहा है।