शातिर हैं दोनों आरोपी, ऐसे दिया ठगी को अंजाम
दरअसल, लखनऊ निवासी पीडब्लूडी के रिटायर अफसर निरंजन साह के साथ 30 लाख 50 हजार रुपये की ठगी की गई। इसकी शिकायत पर एक्टिव हुई साइबर क्राइम टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। दोनों की पहचान राजीव भसीन उर्फ राजू और मोहित चोपड़ा उर्फ नानू के रूप में हुई। दोनों आरोपी आगरा के रहने वाले हैं। घटना फरवरी महीने की है। यह भी पढ़ेंः
मंदिर के DVR में 75 महिलाओं की अश्लील वीडियो मिली, ‘छोटा हरिद्वार’ के महंत पर मुकदमा दर्ज पुलिस को दी शिकायत में निरंजन शाह ने बताया कि ठगों ने निरंजन को फोन कर कहा कि कंबोडिया से आ रहे उनके पार्सल में जाली पासपोर्ट मिला है। इसके अलावा आरोपियों ने निरंजन के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मुकदमा भी दर्ज होने की बात कही। आरोपियों ने खुद को कस्टम और सीबीआई का अधिकारी बताया था। इससे निरंजन घबरा गए।
डिजिटल अरेस्ट कर वसूले 30 लाख 50 हजार रुपये
निरंजन सिंह ने पुलिस को आगे बताया कि आरोपियों ने उन्हें उनके ही घर में डिजिटल अरेस्ट किया। इसके बाद रुपये मांगकर मामला निपटाने का लालच भी दिया। इसपर निरंजन के उनके बताए अकाउंट में 30 लाख 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। निरंजन ने बताया कि आरोपियों ने अज्ञात शख्स की आईडी से खुले खाते में पैसे मंगवाए थे। पुलिस ने जब जांच-पड़ताल शुरू की तो खाते में ही एक आरोपी का मोबाइल नंबर मिला। इसी के सहारे पुलिस आरोपियों तक पहुंची। यह भी पढ़ेंः
जीजा के साथ महिला बैंक अफसर ने कर दिया कांड, जानकर हैरान रह गया पति, फिर जो हुआ… विदेशों तक फैले हैं ठगी के तार, कई राज्यों में की वारदातें
लखनऊ साइबर पुलिस का कहना है कि इस गिरोह ने आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, केरल, गुजरात, कर्नाटक, हरियाणा, महाराष्ट्र ,असम ,मध्य प्रदेश, बिहार और बंगाल के लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। आरोपियों ने बताया कि ठगी से 1 करोड़ 60 लाख रुपए आरोपियों के बैंक खाते में आए थे। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी बहुत शातिर हैं। इनके गिरोह के तार विदेशों तक फैले हैं। दोनों आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह के बाकी सदस्यों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।