राजस्थान की पीसीपीएनडीटी टीम ने एजेंट के माध्यम से भ्रूण परीक्षण कराने के लिए संपर्क किया। यह एजेंट डमी गर्भवती का भ्रूण परीक्षण कराने के लिए धौलपुर से आगरा लेकर पहुंचा। यहां राजस्थान की टीम ने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की टीम को शामिल किया। एजेंट डमी गर्भवती को लेकर केडी हॉस्पिटल, ई 36 ट्रांस यमुना कॉलोनी पहुंचा। यहां केडी हॉस्पिटल संचालक देवेंद्र चौधरी ने 10 हजार रुपये लिए। डमी गर्भवती को लेकर कृष्णा कॉलोनी टेढी बगिया स्थित एक मकान पर आया। टीम जब कृष्णा कॉलोनी में पहुंची तो यहां एक घर की पहली मंजिल पर भ्रूण परीक्षण करते हुए रुखसार पत्नी अरमान निवासी शंकर नगर टेढी बगिया को पकड़ा।
गर्भस्थ शिशु की धड़कन की जांच के लिए इस्तेमाल होने वाले फीटल डॉप्लर को गर्भवती महिला के पेट पर घुमाती थी। धड़कन की आवाज होने लगती, वह इसे अलग तरह का अल्ट्रासाउंड बताते हुए फर्जी तरीके से गर्भस्थ शिशु को लड़की बता देती थी। इसके बाद गर्भस्थ शिशु के कत्ल का सिलसिला शुरू हो जाता था। राजस्थान की टीम ने रुखसार को फीटल डॉप्लर से फर्जी भ्रूण परीक्षण करते हुए पकड़ा। टीम ने केडी हॉस्पिटल के संचालक देवेंद्र चौधरी और रुखसार से दिए गए 16 हजार रुपये भी जब्त किए हैं।
रुखसार भ्रूण परीक्षण के मामले में पुरानी खिलाड़ी है। पिछले साल भी उसे पकड़ा गया था। जमानत पर छूटने के बाद फिर से भ्रूण परीक्षण करना शुरू कर दिया।