केन्द्रीय मंत्री ने बीएसएफ गुजरात फ्रंटियर तथा नेशनल एकेडमी ऑफ कोस्टल पुलिसिंग की ओर से इस संस्थान को प्रतिकूल मौसमी परिस्थिति एवं भौगोलिक चुनौती पेश करने वाले भू-खंड पर स्थापित करने एवं तटीय पुलिस कर्मियों को आवश्यक एवं समुचित प्रशिक्षण प्रदान करने की दिशा में किए गए उल्लेखनीय प्रयासों की सराहना की।
गृह मंत्री ने बीएसएफ के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह एवं बीएसएफ गुजरात फ्रंटियर के महा निरीक्षक ज्ञानेन्द्र सिंह मलिक के निरन्तर प्रयासों की सराहना की। साथ ही देशवासियों एवं भारत सरकार की ओर से सीमा प्रहरियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। इससे पहले केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, बीएसएफ के महानिदेशक, बीएसएफ के गुजरात फ्रंटियर के महानिरीक्षक, एनएसीपी के अधिकारियों और जवानों ने गृह मंत्री का स्वागत किया।
शाह ने ट्वीट किया कि ओखा में राष्ट्रीय तटीय पुलिस अकादमी का दौरा कर अद्र्धसैनिक बलों व व तटीय पुलिस को दिए जाने वाले प्रशिक्षण के बारे में विस्तार से जानकारी ली। तटीय सीमाओं की सुरक्षा के लिए निपुण व आधुनिक पुलिसबल तैयार करने के लिए वर्ष 2018 में एनएसीपी की स्थापना प्रधानमंत्री मोदी के की दूरदर्शी सोच का ही परिणाम है।
अद्र्ध सैनिक बलों, तटीय राज्यों के 427 पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण इस अवसर पर बीएसएफ के गुजरात फ्रंटियर के महानिरीक्षक ज्ञानेन्द्र सिंह मलिक ने गृह मंत्री को नेशनल एकेडमी ऑफ कोस्टल पुलिसिंग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस अकादमी को स्थापित करने की जिम्मेदारी देने के मात्र छह महीने में इस अकादमी का आधारभूत ढांचा तैयार किया गया। साथ ही मरीन पुलिस फाउंडेशन कोर्स का सफलतापूर्वक संचालन किया गया। अभी तक 7 कोर्स के माध्यम से गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, दमन एवं द्वीव, लक्षद्वीप, अंडमान व निकोबार, पुद्दचेरी जैसे तटीय राज्यों, गुजरात कस्टम, बीएसएफ तथा सीआईएसएफ के कुल 427 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है।