सौर ऊर्जा से उत्पन्न बिजली का इस्तेमाल करने के बाद बची अतिरिक्त बिजली को सौर ऊर्जा ग्रिड में देने पर राज्य सरकार की विद्युत कंपनियां उसे लगभग 1.75 रुपए प्रति यूनिट की दर पर खरीदेंगी। इस अभिनव पहल से गुजरात में सौर ऊर्जा उत्पादन करने वाली एमएसएमई इकाइयों के लिए विन-विन सिचुएशन की नई दिशा खुली है।
उल्लेखनीय है कि सौर ऊर्जा उत्पादन करने वाली ऐसी एमएसएमई इकाइयों को इलेक्ट्रीसिटी ड्यूटी और व्हीलिंग चार्ज का नियमानुसार भुगतान करना होगा। हाल में गुजरात सरकार ने सूर्य गुजरात (सोलर रूफटॉप) योजना घोषित कर घरेलू उपभोक्ताओं के लिए सौर ऊर्जा उत्पादन को व्यापक रूप से प्रोत्साहित किया है। सोलर रूफटॉप के क्षेत्र में 8 लाख घरों को जोडऩे का लक्ष्य वर्ष 2022 तक पूरा करने को गुजरात तैयार है। वहीं, अब 33 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयों को भी हरित और स्वच्छ सौर ऊर्जा के लिए प्रोत्साहित कर समग्र राज्य में प्रदूषण रहित ऊर्जा उत्पादन के जरिए गुजरात सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में भी देश का नेतृत्व करने को तैयार है।