उस समय भावनगर-धोराजी लाइन तैयार होने पर धोराजी-जूनागढ़ लाइन की योजना को लंबित रखा गया और जेतलसर-जूनागढ़ लाइन बिछाने का राज्य की ओर से निर्णय किया गया। गोंडल के रेलवे इंजीनियर डेन्डार फाल्ड व नि. नोकसन को यह कार्य सौंपा गया। सर्वे पूरा होने के बाद 11 दिसंबर 1886 को जेतलसर-वेरावल लाइन का भूमिपूजन मुंबई के तत्कालीन गवर्नर लोर्ड रे ने किया।
कार्य पूरा होने पर 30 दिसंबर 1887 को जेतलसर से जिले की पहली ट्रेन रवाना हुई और जूनागढ़ राज्य की सीमा में रेलवे की चौकी रेलवे स्टेशन पहुंची थी। लार्ड रे ने उसका स्वागत किया। इसके बाद एक वर्ष की अवधि में कार्य पूरा होने पर पिछली 19 जनवरी 1888 को भाप से चलने वाले इंजन से धुआं निकालती हुई सिटी बजाते हुए पहली बार ट्रेन जूनागढ़ रेलवे स्टेशन पहुंची थी।
जूनागढ़-वेरावल 51.53 01.12.1889
शापुर-माणावदर 15.86 15.12.1910
माणावदर-बाटवा 03.45 25.12.1910
बाटवा-सराडिया 07.00 15.05.1915
जूनागढ-बिलखा 13.64 20.05.1912
बिलखा-विसावदर 12.92 15.02.1913
वेरावल-तालाला 14.70 02.04.1918
तालाला-जांबुर 04.86 17.03.1920
जांबुर-प्राची रोड 07.64 13.11.1928
विसावदर-धारी 19.49 15.12.1932
प्राची रोड-जामवाला 07.05 18.04.1932
जामवाला-देलवाडा 24.22 10.01.1935