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दर्दनाक हादसा: ट्रक ने स्कूटर सवार युवती को कुचला, हादसे का मंजर देख सिहर उठे लोग, घर मचा कोहराम

नो-एन्ट्री में दाखिल हुए ट्रक ने वरूण सागर मार्ग पर पिता के साथ स्कूटर पर जा रही युवती को कुचल दिया।

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ajmer road accident (1)

फोटो पत्रिका

अजमेर। शहर यातायात पुलिस की लापरवाही और अनदेखी के चलते गुरूवार को नो-एन्ट्री में दाखिल हुए ट्रक ने वरूण सागर मार्ग पर पिता के साथ स्कूटर पर जा रही युवती को कुचल दिया। युवती का दाहिना पैर घटनास्थल पर ही जांघ से कट कर अलग हो गया जबकि दूसरा पैर और धड़ के नीचे का हिस्सा बुरी तरह जख्मी हो गया। उसे अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

सुबह करीब 11 बजे हाथीखेड़ा निवासी होटल व्यवसायी गजानन्द अपनी 22 वर्षीय बेटी संध्या के साथ स्कूटर पर बाजार के लिए निकले। वरूण सागर रोड पर रामेश्वरम विद्यापीठ के निकट सामने से आ रहे ट्रक ने गजानन्द के स्कूटर को टक्कर मार दी।

ट्रक की टक्कर से स्कूटर का संतुलन बिगड़ा तो पिता-पुत्री सड़क पर गिर गए। संध्या के पैर व धड़ के ऊपर से भारी भरकम ट्रक का पहिया गुजर गया। हादसे में संध्या का दाहिना पैर जांघ से कटकर अलग हो गया जबकि दूसरा पैर और धड़ बुरी तरह से जख्मी हो गए। गजानन्द के हाथ में मामूली चोट आई।

मच गया कोहराम

सड़क पर दर्द से कराहती संध्या को पिता गजानन्द भरोसा दिलाते दिखे। जिसने भी हादसे का मंजर देखा वह सिहर उठा। अस्पताल में उपचार के दौरान मौत के बाद माता-पिता का रो-रोककर बुरा हाल था। आपातकालीन इकाई के बाहर परिजन के रूद्रन से माहौल गमगीन हो गया। बड़ी संख्या में रिश्तेदार व परिचित जुट गए।

तीन बहन-भाई में मंझली

होटल व्यवसायी गजानन्द के तीन बच्चों में संध्या मंझली थी। संध्या से बड़ी नेहा विवाहित है जबकि उससे छोटा भाई गर्वित है। दर्दनाक हादसे में युवती की मौत से हाथीखेड़ा क्षेत्र में मातम पसर गया।

मेधावी थी संध्या

चाचा अखिलेश ने बताया कि भतीजी संध्या मेधावी छात्रा थी। द्रोपदीदेवी सांवरमल बालिका सीनियर सैकंडरी स्कूल से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की। उसने दसवीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक हासिल किए थे। उसको राज्य सरकार की मेधावी छात्रा के रूप में लेपटॉप व स्कूटी भी मिली थी। ग्रेज्युएशन के बाद वह एम.ए. प्रथम वर्ष के साथ जयपुर में सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर रही थी।

दर्द से कराहती रही

दुर्घटना के बाद यहां बड़ी संख्या में लोग जुट गए। राहगीर, आसपास के लोगों ने संध्या के कटकर अलग हुए पैर व शरीर को कपड़ा डालकर ढक दिया। करीब 15 मिनट तक संध्या सड़क पर दर्द से कराहती रही। एम्बुलेंस के पहुंचने के बाद उसको जवाहरलाल नेहरू अस्पताल ले गए। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। गंज थाना पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाकर दुर्घटनाकारित करने का मुकदमा दर्ज किया है।

हादसे का जिम्मेदार कौन?

गुरुवार को हुए इस दर्दनाक हादसे ने सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर इसका जिम्मेदार कौन है? नो-एन्ट्री में सुबह 11 बजे शहर में भारी मालवाहक ट्रक के प्रवेश ने शहर के प्रमुख चौराहों पर तैनात यातायात पुलिस की पोल और चलने वाली व्यवस्था को उजागर कर दिया है। भारी भरकम ट्रक पुष्कर रोड, फॉयसागर पुलिस चौकी के सामने से होता हुआ वरूण सागर मार्ग पर पहुंचा लेकिन इस बीच में ना यातायात पुलिस ने रोका, ना ही चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने। पिता के साथ बाजार जा रही संध्या का काल बनकर आए ट्रक ने बेखटके नो-एंट्री में एन्ट्री कर ली।