scriptवाह रे राशन डीलर वाह : जो दुनिया में नहीं उनके नाम बांटा गेहूं, बाहरी लोगों के नाम भी दिखाया वितरण | Accused of fraud distributing ration to the dealer | Patrika News

वाह रे राशन डीलर वाह : जो दुनिया में नहीं उनके नाम बांटा गेहूं, बाहरी लोगों के नाम भी दिखाया वितरण

locationअजमेरPublished: Apr 22, 2020 11:46:37 pm

Submitted by:

suresh bharti

खाद्य सुरक्षा योजना में गड़बड़झाला : जांच में राशन डीलर के दस्तावेज में मिला फर्जीवाड़ा, रात 8 से 12 बजे तक दिखाया ट्रांजेक्शन, कई उपभोकताओं को तो मार्च माह का राशन ही नहीं मिला

वाह रे राशन डीलर वाह : जो दुनिया में नहीं उनके नाम बांटा गेहूं, बाहरी लोगों के नाम भी दिखाया वितरण

वाह रे राशन डीलर वाह : जो दुनिया में नहीं उनके नाम बांटा गेहूं, बाहरी लोगों के नाम भी दिखाया वितरण

अजमेर/धौलपुर. रसद विभाग के राशन डीलर गजब के फर्जीवाड़े करते आए हैं। दूसरी ओर वास्तविक उपभोक्ता भटकते रहते है, लेकिन डीलर अपने दस्तावेज अपडेट रखना नहीं छोड़ते। कागजों में स्टॉक रिक्त बताते हैं, लेकिन इसका साठ फीसदी राशन फर्जीवाड़े में जा रहा है।
प्रदेश के कई राशन डीलर तो पूरे माह का कोटा ही कालाबाजारी में बेच चुके। धौलपुर जिले की बसेड़ी तहसील के ग्राम पंचायत हरजूपुरा का राशन डीलर भी फजीवाड़ा करने में शुमार हो गया। इसके दस्तावेज की जांच की गई तो रसद अधिकारी भी सकते में आ गए।
मजे की बात तो यह है कि कई उपभोक्ताओं की मृत्यु आठ से दस साल पहले हो गई,लेकिन उनके नाम भी राशन वितरण दर्शाया जा रहा है। इसी प्रकार बाहरी लोगों के नाम भी गेहूं प्राप्तकर्ता के रूप में इन्द्राज है।
रात को ट्रांजेक्शन दिखाना,फर्जीवाड़े का प्रमाण

जिला रसद अधिकारी के अनुसार कई उपभोक्ताओं ने राशन नहीं मिलने की शिकाायतें की है। मौके पर जांच की गई तो खाद्य सुरक्षा योजना के तहत गेहूं वितरण में भारी अनियमितता सामने आई। इसके चलते जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल के निर्देश पर आरोपी डीलर के खिलाफ बसेड़ी पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। आरोप है कि राशन डीलर राजवीर सिंह अपने वितरण क्षेत्र हरजूपुरा के बाहर धौलपुर, सरमथुरा व बाड़ी के उपभोक्ताओं को भी राशन वितरण कर रहा था। इसका राशन डीलर के पास कोई भी रिकार्ड संधारित नहीं है।
नौ उपभोक्ताओं की तो बरसों पहले मौत हो गई

रसद विभाग के निरीक्षक गजेन्द्र बाबू शर्मा ने जांच में पाया कि राजवीर सिंह ने 9 ऐसे उपभोक्ताओं को भी गेहूं का वितरण दिखा दिया, जिनकी कई वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी थी। उसने 907 ऐसे राशन कार्ड धारकों को गेहूं वितरण करना भी दिखाया, जो वितरण क्षेत्र के बाहर के थे। साथ ही गेहूं वितरण का कोई भी रिकॉर्ड संधारण नहीं किया।
रात्रि को दुकान खुली होना दिखाया। जांच में सामने आया कि 279 ट्रांजेक्शन रात्रि 8 बजे से 12 बजे तक दिखाए गए। इसी प्रकार जब 9 ग्राम पंचायतों के कुल 90 उपभोक्ताओं से पूछताछ कर उनके राशन कार्डों की जांच की गई तो मार्च माह में दुकानदार से कोई भी राशन सामग्री प्राप्त नहीं करना बताया।
दस्तावेज में फर्जीवाड़ा

वर्तमान में कोविड-19 महामारी के चलते जिलेभर में राशन डीलरों की सघन जांच चल रही है। इसी क्रम में उचित मूल्य दुकानदार राजवीर सिंह के खिलाफ जांच में 675 उपभोक्ताओं के स्थान पर 2 हजार 800 ट्रांजेक्शन करना, 90 उपभोक्ताओं को फर्जी व कई वर्ष पूर्व मृत एवं निर्गमित उपभोक्ताओं को वितरण करना, एक बार राशन देकर फर्जी इन्द्राज करना, फर्जी वितरण रिपोर्ट तैयार के अलावा 26.75 क्विंटल गेहूं एवं 56.5 लीटर केरोसिन का स्पष्ट रूप से गबन करना भी पाया गया है।
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