
अजमेर। शहर में गुरुवार को झमाझम बारिश ने ऐसे हालात पैदा कर दिए किए 24 घंटे के बाद भी कई कॉलोनियां जलमग्न हैं। इनमें शहर का अधिकतर निचला हिस्सा, कच्ची बस्तियां व पॉश कॉलोनी वैशाली नगर भी है। लोगों को घरों में कैद हो गए। इनके बचाव के लिए प्रशासन की ओर से किए गए इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। लोगों को खाने पीने की परेशानी हो गई है। बच्चे स्कूल नहीं जा सके।
पत्रिका ने शुक्रवार को शहर की कई जलमग्न कॉलोनियों का जायजा लिया तो हालात बदतर नजर आए। वैशाली नगर सेक्टर-3, गुल मोहर कॉलोनी, मांगी लाल साहू का कुंआ, तेली पाड़ा, शिव विहार,वन विहार, गुल मोहर कॉलोनी, बधिर विद्यालय के पीछे, आनासागर अम्बेडकर बस्ती क्षेत्र में घरों में 3-4 फीट पानी भरा हुआ है। यहां लोगों के खाने पीने का सामान भी पानी में खराब हो गया है। इसके अलावा अलवर गेट, नगरा, प्रकाश रोड,अशोक नगर भट्टा, सुभाष नगर, नारीशाला क्षेत्र में गलियों व सड़कों पर पानी हिलोरे मारता रहा।
प्रशासन नहीं लगा सका अंदाजा
शहर में हुई ताबड़तोड़ बरसात और जल प्लावन की स्थिति को लेकर प्रशासनिक अमला अनुमान नहीं लगा पाया और न ही इसके लिए तैयार नजर आया। जून में ही यह दावे किए गए थे कि सभी नालों की सफाई, बाढ़ बचाव के इंतजाम कर लिए गए, लेकिन इसकी पोल 5 जुलाई को हुई 89 एमएम बरसात में ही खुल गई थी। इसके बाद 26 व 27 जुलाई को यही हाल नजर आया।
कलक्टर ने किया निरीक्षण
जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने शुक्रवार को नगर निगम आयुक्त चिन्मयी गोपाल, एडीएम आनंदी लाल वैष्णव, अरविंद सेंगवा, डीएसओ संजय माथुर, निगम उपायुक्त अखिलेश कुमार पीपल,गजेन्द्र सिंह रलावता, सीएमएचओ केके सोनी, एडीए एक्सईएन राजेन्द्र कुड़ी के साथ सागर विहार व आसपास का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए। कलक्टर ने पाल के सहारे कटाव रोकने लिए मिट्टी के कट्टे रखने के निर्देश दिए।
Published on:
02 Aug 2019 09:00 pm
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