
अजमेर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशों के बाद सरकारी आदेशों के तहत राज्य में अंतरराज्यीय सीमाएं सील कर दिए जाने के बाद अजमेर के जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा ने सभी तरह के मैनुअल पास बनाने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
सूत्रों के अनुसार अब राज्य सरकार की अनुमति के बिना एक भी पास नहीं बनाया जाएगा और जो बनेंगे वे ई-पास ही जारी हो सकेंगे। इस फैसले के बाद राज्य के साथ साथ पूरे जिले में आने जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। खास बात यह है कि शर्मा ने गुरूवार शाम तक आए आवेदनों तथा बनने जा रहे पासों को भी जारी करने पर रोक लगा दी है। जिसके चलते लोग निराश हो गए हैं और जो जहां है वहीं ठहरने पर मजबूर हो गया है। अजमेर में बढ़ते संक्रमित आंकड़ों के चलते प्रशासन, पुलिस तथा चिकित्सा महकमा पूरी तरह सक्रिय है और किसी भी स्थिति को संभालने को मुस्तैद है।
मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता ने कहा है कि प्रदेश में अनाधिकृत व्यक्तियों के आवागमन को रोकने के लिए अंतरराज्यीय सीमाओं को सील कर दिया गया है और अब बिना ई-पास के कोई व्यक्ति अंतरराज्यीय आवागमन नहीं कर सकेगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर सीएस गुप्ता ने राज्य में अनाधिकृत व्यक्तियों के आवागमन को रोकने के संबंध में जिला कलेक्टरों एवं अन्य अधिकारियों के साथ गुरुवार को समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अब बिना ई-पास के कोई व्यक्ति अन्तर्राज्यीय आवागमन नहीं कर सकेगा।
सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी तथा मृत्यु के मामलों में जिला कलेक्टर ई-पास जारी कर सकेंगे। गुप्ता ने बताया कि राज्य से बाहर की यात्रा के लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप पात्रता पूरी करने वाले व्यक्ति को जिला कलेक्टर की अनुशंसा पर गृह विभाग के स्तर पर अनुमति जारी की जाएगी। इसके अलावा राज्य सरकार की ई-एनओसी के बाद ही दूसरे राज्य से राजस्थान आने वालों के लिए परमिट जारी किया जा सकेगा।
Published on:
08 May 2020 11:45 am
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