निगम अधिकारियों का कहना है गत वर्ष नवम्बर से ही किसानों के बैंक खातों को ब्यौरा जुटाया जा रहा है। शेष बचे हुए किसान अभी भी अपने बैंक खाते का ब्यौरा दे सकते हैं जिससे उन्हें उनके बैंक खाते में सीधे ही सब्सिडी की राशि दी जा सके। यदि उपभोक्ता की मृत्य हो चुकी है तो सभी वारिसान 50 रुपए के स्टाम्प पर अपनी सहमति व एक बैंक खाते का ब्यौरा देकर भी सब्सिडी ले सकते हैं। ब्लॉक सप्लाई वाले किसानों को ही सब्सिडी देय है, यदि किसी किसान का का बकाया चल रहा है तो उसे सब्सिडी नहीं मिलेगी।
जिन्होंने नहीं दिया ब्यौरा
जिन्होंने नहीं दिया ब्यौरा
अजमेर सिटी में 6696 किसान,अजमेर जिले में 9609,भीलवाड़ा में 29180, नागौर 25161, उदयपुर में 23069 , राजसमन्द 6334, चित्तौडग़ढ़ में 25478, प्रतापगढ़ में9981, बांसवाड़ा में 2029, डूंगरपुर में 7490, झुंझुनू में 28685 तथा सीकर में 28262 किसानों ने अपने बैंक खाते का ब्यौरा नहीं दिया है।
6 महीने में 13082.28 लाख की सब्सिडी
6 महीने में 13082.28 लाख की सब्सिडी
अजमेर डिस्कॉम ने चालू वित्तीय वर्ष के अक्टूबर माह तक कृषि उपभोक्ताओं को 13082.28 लाख रुपए की सब्सिडी बिजली बिलों के पेटे दी है। अजमेर सिटी में 179.56 लाख रुपए,अजमेर जिले में 244.44 लाख,भीलवाड़ा में 1083.88 लाख,नागौर 1350.49 लाख, उदयपुर में 821.90 लाख,राजसमन्द 273.04 लाख, चित्तौडग़ढ़ 2257.55 लाख, प्रतापगढ़ 749.98, बांसवाड़ा 298.99 लाख, डूंगरपुर 721.77 लाख, झुंझुनू 2300.63 लाख तथा सीकर 2800.06 लाख रुपए किसानों को पिछले 6 माह में सब्सीडी के रूप में दिए गए।
8021.48 करोड़ बकाया
8021.48 करोड़ बकाया
सरकार ने किसानों को सस्ती दर पर बिजली देने की घोषणा नवम्बर 2018 में कर दी लेकिन इसकी पालना नहीं हो रही है। अजमेर डिस्कॉम अब तक किसानों को 210 करोड़ रुपए सब्सिडी के रूप में दे चुका है लेकिन सरकार ने इसकी भरपाई अब तक नहीं की। अजमेर डिस्कॉम की 1558.78 करोड़,जयपुर डिस्कॉम की 2301.94 करोड़ रुपए तथा जोधपुर डिस्कॉम की 4160.76 करोड़ रुपए की सब्सिडी का बकाया भुगतान सरकार ने नहीं किया है। इससे बिजली कम्पनियों की हालत खस्ता है। तीनों बिजली कम्पनियों पर 8021.48 करोड़ रुपए की सब्सिडी बकाया है।