बीते साढे़ चार माह से बंद पड़ी जांचों के कारण मरीजों को बाहर जांच करानी पड़ रही थी, जिससे मरीज की जेब पर भार पड़ रहा था। विभिन्न गम्भीर बीमारियों की जांचों के लिए मरीजों को 100 रुपए से लेकर 4500 रुपए तक बाहर खर्च करने को मजबूर थे। अब यह सुविधा शुरू होने पर कैंसर, हार्ट, स्क्रब, टायफस, थैलेसिमिया, हीमोफीलिया प्रोफाइल समेत अन्य कई प्रकार की गंभीर बीमारियों के मरीजों की जांच की सुविधा मिल सकेगी।
राजकीय अमृतकौर अस्पताल में आने वाले मरीजों की सुविधा के लिए जांच की नि:शुल्क सुविधा है और बायोकेमेस्ट्री की 20, यूरिन की 2, पैथोलॉजी की 18 व माइक्रोबॉयोलोजी की 13 यानि कुल 53 प्रकार की जांच अस्पताल की लैब
में नि:शुल्क हो रही है।
प्रदेश के इस हॉस्पिटल में पडे़ है बीस लाख रुपए, लेकिन नहीं कर रहे उपयोग
यह जांच बंद कर दीजीजीटी, लिपिड प्रोफाइल, लिपेस, ग्राम स्टेनिंग, यूरीन कल्चर एंड सेंसेटिविटी, स्टूल कल्चर एंड सेंसेटिविटी, स्टयूबस एलाइजा, एंटी एचआईवी एंटी बॉडी बॉय अलाइजा, चिकन गुनिया आरटी पीसीआर, स्वाइन फ्लू पीसीआर, आयरन, आयरन बिंडिंग कैपेसिटी, विटामिन डी लेवल, एपीटीटी, हीमोफीलिया प्रोफाइल, एफडीपी
सीए 125, सीए 19.9, सीए 15.3, सीईए, पीएसए फ्री, टीपीओ, फोलिक एसिड, वीटामीन बी 12, डीएचईएएस, एएफपी, बीएचसीजी, इन्सुलिन, सीआरपी, एएसएलओ, टीआईबीसी, बोन मेरो, डबल्यूबीसी साइटो केमेस्ट्री, आईएचसी, बॉडी फ्लूड फोर मेलिगेन्ट सेल्स
सोनोग्राफी करने के बजाय देखते है मरीज
इनका कहना है…
निजी फर्म से उच्च स्तर पर करार हुआ है और इसके लिए कक्ष की सुविधा दे दी गई है। साढे़ चार माह से जांच बंद है, अब फर्म की ओर से जल्द ही जांच की सुविधा शुरू की जाएगी।
-डॉ. मुकुल राजवंशी, नोडल अधिकारी व लैब प्रभारी, एकेएच ब्यावर लैब का सेटअप तैयार कर लिया गया है और पन्द्रह अक्टूबर से चालीस प्रकार की जांच शुरू की जाएगी। पूर्व में होने वाली १७ प्रकार की जांच बंद कर २१ प्रकार की नई जांच जोड़ी गई है।
-ललित राज, प्रभारी, निजी लैब, एकेएच ब्यावर