बिजली के बिल जमा नहीं होने से पावर जनरेट को भुगतान करने में डिस्कॉम को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अप्रेल माह में डिस्कॉम को बिजली उपभोग के पेटे पावर जनरेटर को 863 करोड़ का भुगतान करना था जबकि केवल 303 करोड़ रुपए का ही भुगतान हो सका। वहीं डिस्कॉम द्वारा विभिन्न बैंकों से लिए गए कर्ज का 276 करोड़ का ब्याज नहीं चुकाया जा सका। डिस्कॉम केवल 19 करोड़ रुपए ही ब्याज दे सका। निगम प्रतिदिन आरआरवीपीएन को प्रतिदिन ढाई करोड़ रुपए का भुगतान करता है। जबकि निगम प्रतिमाह 45 करोड़ रुपए अपने 15 हजार कर्मचारियों अधिकारियों की तनख्वाह पर भी खर्च करता है।
बिल जमा होने की रफ्तार धीमी
बिल जमा होने की रफ्तार धीमी
लॉक डाउन lock down के कारण अजमेर डिस्कॉम की माली हालत खस्ता है। एक तो करोनो लॉक डाउन के कारण मार्च महीनें में 1073 हजार करोड़ के राजस्व हासिल नहीं हो सकता दूसरी तरफ अपे्रल व मई में भी उपभोक्ता लॉक डाउन के दौरान भी बिल जमा नहीं करवा रहे हैं। डिस्कॉम को सामान्य दिनों में प्रतिदिन बिजली बिल के पेटे 22 करोड़ का राजस्व मिलता है। जबकि इन दिनों प्रतिदिन करीब 4 करोड़ रुपए ही आ रहे हैं। वही प्रतिमाह की बात करें तो निगम को 700 करोड़ का राजस्व मिलता है जबकि पिछले माह केवल 270 करोड़ रुपए का राजस्व ही मिल सका।
आफवाहों पर ध्यान नहीं दें,बिल जमा करवाएं उपभोक्ता किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं दें, किसी श्रेणी का बिल माफ नहीं किया जा रहा है। उपभोक्ता ऑनलाइन माध्यम से अपना बिल जमा करवाएं। 31 मई से पूर्व बिल जमा करवाने पर 5 प्रतिशत की छूट भी दी जा रही है। उपभोक्ताओं द्वारा बिल जमा करवाने पर ही विद्युत तंत्र को निरंतर चलाया जा सकता है। सभी को मिलकर सहयोग करना होगा।
वी.एस.भाटी प्रबन्ध निदेशक,अजमेर डिस्कॉम read more:527 जीएसएस पर रखरखाव का काम पूरा