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Kashmir Issue : दरगाह दीवान को पाकिस्तानियों से मिली धमकी, एक ने कहा अब अमरीका सोच समझकर आना

ajmer news -dargah diwan : ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान को पाकिस्तानियों से धमकी भरे संदेश मिल रहे हैं। दरगाह दीवान ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ करते हुए इसे भारत सरकार का ऐतिहासिक फैसला बताया था। दीवान की इस प्रतिक्रिया के बाद से उन्हें धमकी भरे मैसेज भेजे जा रहे हैं।

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Dargah Diwan receives threat from Pakistanis

Kashmir Issue : दरगाह दीवान को पाकिस्तानियों से मिली धमकी, एक ने कहा अब अमरीका सोच समझकर आना

अजमेर. सूफी संत (sufi sant) ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह (khwaza moinuddin chishty's dargah) दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन ने अनुच्छेद 370 (article 370) हटाए जाने का स्वागत किया है। इसे लेकर उनके पास पाकिस्तान (pakisthan) से धमकी भरे मैसेज आ रहे हैं। पाकिस्तान के कुछ लोगों ने उन्हें वॉइस मैसेज भेजे हैं। इसमें उन्होंने दरगाह दीवान (dargah diwan) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (pm narendra modi) और आरएसएस (rss) का एजेंट बताते हुए कहा है कि दीवान ने ऐसे बयान देकर पाकिस्तानियों का दिल तोड़ा है। साथ ही पाकिस्तान सरकार से अपील की है कि ऐसे व्यक्ति को कभी पाकिस्तान का वीजा नहीं दिया जाए। एक व्यक्ति ने अमरीका से मैसेज भेज कर कहा है कि अब अगर अमरीका आओ तो सोच समझ कर आना।

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दीवान बोले-कोई फर्क नहीं पड़ता ऐसी धमकियों से
उधर दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन ने साफ कहा है कि उन्हें इस तरह की धमकियों से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि इससे मेरी राष्ट्रीयता कम नहीं होगी और मैं मेरे बयान पर कायम हूं।

क्या कहा था दीवान ने
दरगाह दीवान आबेदीन अली ने कश्मीर में धारा 370 हटाने के फैसले को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता से जो वादा किया था वह पूरा करके दिखाया है। इसके लिए देश की संसद, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बधाई के पात्र हैं। दरगाह दीवान ने 5 अगस्त को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अनुच्छेद 35 ए पिछले 70 साल से विवादास्पद रहा है। 1949 में इसे अस्थाई तौर पर जोड़ा गया था। समय-समय पर इसे हटाने की आवाज आती रही लेकिन कांग्रेस सहित अन्य राजनैतिक पार्टियों ने अपने स्वार्थ के कारण इस मसले को अनावश्यक रूप से अटकाए रखा। उन्होंने कहा कि देश और विदेशों में रहने वाले मुसलमान और देश की जनता भी इस फैसले को लेकर सरकार के साथ है।


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