पुष्कर. जगतपिता ब्रह्मा का पवित्र पुष्कर तीर्थ (pushkar tirth) आगामी पांच दिनों तक कृष्णभक्ति (Krishnabhakti) से सराबोर रहेगा। इस्कॉन समूह (ISKCON Group) से जुडे करीब दो हजार शिष्य पुष्कर के माहेश्वरी सेवा सदन में आगामी 3 नवम्बर तक संकीर्तन, नगर परिक्रमा करके राम- कृष्ण भक्ति की अलख जाएंगे। बुधवार की शाम इंग्लैण्ड के संत भक्ति विकास के सान्निध्य में इस्कॉन के शिष्यों ने वराह घाट पर महाआरती(Mahaarti) में भाग लिया तथा संकीर्तन किया। स्वामी राधेशदास ने पत्रिका को बताया कि सेवा सदन में 31 अक्टूबर को स्वामीप्रभुपाद(Swamiaprabhupada) का निर्वाण दिवस समारोह मनाया जाएगा। दो नवम्बर को वयास पूजन किया जाएगा। 3 नवम्बर को 170 शिष्यों को हरिनाम की दीक्षा दी जाएगी। इसके अलावा रोजाना प्रात: मंगलाचरण होगा। हरिनाम- कृष्ण संकीर्तन(Harinam – Krishna Sankirtan) के साथ नगरपरिक्रमा की जाएगी तथा सांय काल आरती होगी। शिष्यों का पुष्कर पहुंचना शुरू हो गया है।