scriptग्राम सेवक व लिपिक निलंबित, बीडीओ को मिलेगी चार्जशीट | gram sevak clerk suspended, BDO will get charge sheet | Patrika News

ग्राम सेवक व लिपिक निलंबित, बीडीओ को मिलेगी चार्जशीट

locationअजमेरPublished: Dec 05, 2019 09:05:03 pm

Submitted by:

bhupendra singh

पुष्कर का मामला : सम्पर्क पोर्टल पर शिकायत पर हुई कार्रवाई, नरेगा जॉब कार्ड नवीनीकरण में देरी और गलत जानकारी देने पर गिरा गाज

ग्राम सेवक व लिपिक निलंबित, बीडीओ को मिलेगी चार्जशीट

ajmer,ajmer,ajmer

अजमेर. समय पर आवेदक का मनरेगा narega जॉब कार्ड का नवीनीकरण नहीं करने, चक्कर लगवाने तथा राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर गलत जानकारी देना पुष्कर के ग्राम सेवक व कनिष्ठ लिपिक को भारी पड़ गया।

मुख्यमंत्री की वीसी में सीएमओ सचिव आरती डोगरा ने इस मामले में अधिकारियों से पूछा तो उन्हें जवाब नहीं सूझा। जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए gram sevak ग्राम सेवक सत्य नारायण कच्छावा, clerk कनिष्ठ लिपिक विक्रम सिंह को निलंबित suspende कर दिया। दोनों का मुख्यालय पंचायत समिति पीसांगन किया गया है। मामले में तत्कालीन BDO बीडीओ दिलीप कुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए धारा १६ में चार्जशीट charge sheetजारी की जाएगी। मामले के अनुसार परिवादी ग्राम पंचायत देवनगर बांसेली निवासी दिलीप ने नरेगा के जॉब कार्ड के नवीनीकरण के लिए लिए आवेदन किया था। लेकिन नवीनीकरण नहीं किया गया। मई २०१९ में इसकी शिकायत सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज हुई। अगस्त माह में जॉब कार्ड का नवीनीकरण की जानकारी दी गई। जबकि सूत्रों के अनुसार कुछ पूर्व ही जॉब कार्ड नवीनीकरण हुआ है। जिला परिषद के अधिकारी भी कार्रवाई की बजाय मामले को दबाने में जुटे रहे।
दवाइयां उपलब्ध फिर मरीजों को मुहैया नहीं
जनाना, सेटेलाइट,मेडिकल कॉलेज व जेएलएन अधीक्षक को नोटिस
ई-औषधि पर सीएम ने की चर्चा
अजमेर. मुख्यमंत्री की गुरुवार को सभी जिला कलक्टरों के साथ हुई वीसी में चौंकाने वाले मामले सामने आए। ई-औषधि की समीक्षा के दौरान पता चला कि जिला ड्रग स्टोर में दवाइयां तो उपलब्ध है, लेकिन मरीजों को इनका वितरण नहीं किया जा रहा है। डॅाक्टर मरीजों को दवाइयां तो लिखते हैं, लेकिन जब मरीज काउंटर पर जाता है तो फार्मिस्ट पर्चे पर नॉट अवलेबल (एनए) लिखकर दवा बाहर से लेने की सलाह दे देता है। यह समस्या अजमेर सहित कई जिलों में सामने आई है। अजमेर जिले में इस मामले में जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, सेटेलाइट अस्पताल के अधीक्षक, जनाना अस्पताल अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिला कलक्टर ने साथ ही यह भी निर्देश दिए हैं साप्ताहिक बैठक में अधिकारी दवा वितरण का रिकॉर्ड लेकर उपस्थित हों, जिससे इसकी समीक्षा की जा सके। मरीजों को दवा नहीं मिलती है तो एनए सॉफ्टवेयर की जानकारी दें कि कितने मरीजों को दवा नहीं मिल रही है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो