राजस्थान पत्रिका के 15 जनवरी के अंक में ‘जज्बा: लकड़ी के ठूंठ जलाकर काटते हैं हाड़ कंपाती सर्द रात!Ó शीर्षक से प्रकाशित खबर के बाद डीजी लाठर ने आदेश जारी किए। जिसमें ठण्डी रात में गश्त और नाकों पर तैनात पुलिस के जवानों को चाय पिलाने की व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं।
आदेश में यह मजमून. . .
लाठर ने आदेश में लिखा कि मौजूदा हालात में प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप चल रहा है। शीतलहर का दौर आगामी कई दिनों तक और चलेगा। वहीं कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर संक्रमण की रोकथाम के उद्देश्य से रात्रिकालीन नाके, कफ्र्यू व गश्त जैसी गतिविधि चल रही हैं। कड़ाके की ठण्ड में रात्रि गश्त व कफ्र्यू की पालना करवाने के लिए पुलिस के जवान तैनात हैं। ऐसे में उनके स्वास्थ्य की देखभाल करना विभाग का दायित्व है।
31 जनवरी तक मिलेगी चाय
डीजी लाठर ने आदेश में गश्त व कफ्र्यू में ड्यूटी देने वाले पुलिसकर्मियों के लिए रात के समय एक चाय की व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं। यह व्यवस्था आगामी 31 जनवरी तक निर्बाध जारी रहेगी। पुलिस एसपी व उपायुक्त चाय पर होने वाला खर्च जिला पुलिस कल्याण निधि की राशि से कर सकेंगे। अधिक खर्च पर मुख्यालय से अतिरिक्त राशि भी ले सकेंगे।
डीजी के आदेश की चर्चा
डीजी लाठर के चाय पिलाने के आदेश के साथ पत्रिका की ओर से निभाए गए सरोकार को भी पुलिस बेड़े में सराहा जा रहा है। गौरतलब है कि खबर प्रकाशित होने के बाद अजमेर शहर के युवाओं ने भी 17 जनवरी की रात को पुलिस के जवानों को चाय पिलाई थी।
इनका कहना है…
ठण्ड में ड्यूटी पर मौजूद जवानों की डिमांड को ‘पत्रिकाÓ ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है। पुलिस महानिदेशक के आदेश पर रात्रि गश्त में तैनात जवानों के लिए चाय की व्यवस्था की गई है।
विकास शर्मा, पुलिस अधीक्षक