औद्योगिक संगठनों का कहना है कि जिले में केवल 46 औद्योगिक इकाइयों को अनुमति दी गई है। यह संख्या जिले में उद्योगों की संख्या को देखते हुए बेहद कम है। किशनगढ़ मार्बलमंडी में लॉक डाउन
सरकार की सख्त एडवाइजरी के साथ ही रीको और उद्योग विभाग की स्वीकृति नहीं मिलने के कारण मार्बल मंडी में कारोबार शुरु नहीं हो सका। उद्यमियों के समक्ष ऑपरेटर व हेल्पर की कमी की भी समस्या है। जिले के सरहदी क्षेत्र जैसे नागौर आदि में कोराना पॉजिटिव रोगी मिलने से उद्यमियों की रुचि कम है। पावरलूम फैक्ट्रियां शहरी क्षेत्र में होने की वजह से शुरु नहीं हो सकी।
केकड़ी में मॉडिफाइड लॉक डाउन के दौरान उद्योग धंधे शुरु करने को लेकर असमंजस की स्थिति है। केकड़ी में अधिकतर उद्योग रीको व नगरीय क्षेत्र में संचालित हैं। गाइड लाइन के अनुसार नगरीय सीमा में उद्योगों का संचालन नहीं किया जा सकता है। उद्योग शुरु होने के बाद किसी भी श्रमिक में कोरोना का लक्षण मिलने पर उद्योग मालिक पर कार्यवाही की अफवाह से भी उद्यमी सहमे हुए है।
ब्यावर शहर के आसपास करीब एक हजार मिनरल यूनिट संचालित हैं। सोमवार से औद्योगिक इकाइयां शुरु होनी थी लेकिन शुरु नहीं हो सकी। लघु उद्योग संघ अध्यक्ष आशीषपाल पदावत ने बताया कि विभाग से गाइड लाइन सोमवार को ही मिली है। मंगलवार को बैठकर इस पर निर्णय किया जाएगा। श्री सीमेंट की अंधेरी देवरी स्थित यूनिट भी शुरु नहीं हो सकी।