सभा के प्रधान डॉ. वेदपाल ने बताया कि ऋषि मेले के दौरान वेद गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इसका विषय वेद वर्णित ईश्वर-स्वरूप एवं नाम (ईश्वर के गुण, कर्म, स्वभाव) होगा। इसमें डॉ. सूर्यादेवी चतुर्वेदा का वेद प्रवचन होगा। साथ ही विभिन्न विद्वान चर्चा करेंगे। ऋषि मेले में महाशय धर्मपाल, पूर्व लोकायुक्त सज्जनसिंह कोठारी, सरस्वती गुरुकल गौतमनगर के स्वामी प्रणवानंद, आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान धर्मपाल आर्य, सत्यानंद आर्य, डॉ. राजेंद्र विद्यालंकार, प्रो. कमलेश चौकसी, आचार्य सत्यानंद वेदवागीश और अन्य भाग लेंगे। परोपकारिणी सभा के पूर्व प्रधान डॉ. धर्मवीर की पत्नी ज्योत्सना भी मौजूद रहेंगी। मंत्री कन्हैयालाल आर्य ने बताया कि तीन दिवसीय मेले में चतुर्वेद कंठस्थीकरण वेद प्रतियोगिदता, विशिष्ट वैदिक विद्वानों का सम्मान समारोह भी होगा।
यूं चलेंगे कार्यक्रम 1 नवंबर : सुबह 9 बजे-वेद प्रवचन, 9.30 बे प्रातराश, 10 बजे ध्वजारोहण, 11 बजे-आधुनिक शिक्षा एवं राष्ट्रवाद पर चर्चा, रात्रि 8 बजे नारी और आर्य समाज पर प्रवचन होंगे।
2 नवंबर-सुबह 7 बजे यज्ञ, वेदपाठ, 9 बजे वेद प्रवचन, 9.30 प्रातराश, 10 बजने आर्य समाज की प्रासंगिता पर प्रवचन, दोपहर 2 बजे महर्षि दयानंद की विश्व को देन प्रवचन, रात्रि 8 बजे वेद प्रचार सम्मेलन होगा।
3 नवंबर-सुबह 7 बजे वेदपाठ पूर्णाहूति, 10 बजे समाज सुधार में युवाओं की भूमिका पर प्रवचन, दोपहर 2 बजे भजन एवं प्रवचन, रात्रि 8 बजे समापन सत्र होगा।