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अलीगढ में बिना मान्यता चल रहे थे 2 मदरसे, प्राइवेट फंडिंग से चल रहा था खर्चा, DM को भेजी गई रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश सरकार के मदरसा सर्वे अभियान ने तेजी पकड़ ली है। जहां अलीगढ़ में सर्वे रिपोर्ट के दौरान दो मदरसा ऐसे मिले जिनकी मान्यता नहीं है। इसकी रिपोर्ट अधिकारियों ने डीएम को भेज दी है। खास बात ये भी है कि, ये मदरसे सरकारी फंडिंग से नहीं बल्कि प्राइवेट फंड से संचालित होते हैं।  

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Symbolic Image of Madarsa in Aligarh

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उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का गठित की गई टीमों के द्वारा 12 बिंदुओं पर निरीक्षण किया जा रहा है। अलीगढ़ में दो अलग-अलग मदरसों का सर्वे करने के लिए नगर शिक्षा अधिकारी मदरसों पर पहुंचे तो जांच अधिकारी को बच्चों को तालीम दिए जाने वाले दोनों मदरसे बिना मान्यता के चलते हुए पाएं गए। इसके साथ ही बिना मान्यता के ही लगभग 350 बच्चों को मदरसों में तालीम दी जा रही थी।

जांच के दौरान बिना मान्यता मिले दोनों मदरसों के खिलाफ जल्द कार्यवाही की जाएगी।इसके साथ ही शिक्षा अधिकारी अपनी रिपोर्ट जिला अधिकारी को सौंपेंगे। जबकि गैर मान्यता मिले संचालित दोनों मदद से थाना क्वारसी इलाके के शमशाबाद इलाके में संचालित किए जा रहे थे।

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खंड शिक्षा अधिकारी लालबाबू द्विवेदी ने बताया कि गवर्नमेंट द्वारा निर्देश दिया गया है कि गैर मान्यता प्राप्त जो मदरसे हैं उनके 12 पैरामीटर पर हमें डाटा कलेक्ट करना है। उसके तहत ही हम यहां पर डाटा कलेक्ट करने आए थे। इस दौरान क्वारसी थाना इलाके के शमशाबाद में दो मदरसे बिना मान्यता के चलते हुए मिले हैं, दोनों मदरसों में लगभग 350 बच्चे तालीम हासिल कर रहे हैं, यह दोनों मदरसे किसी नाम से भी संचालित नहीं है, यह लोग फंडिंग की व्यवस्था भी चंदा लेकर करते हैं।

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इस दौरान सभी बच्चों से कहा गया है कि निकट के सरकारी स्कूल में एडमिशन करा लें, सरकार के द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का अभी इन मदरसों में पालन नहीं हो रहा है, यह रिपोर्ट मेरे द्वारा जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह को सौंपी जाएगी उसके बाद फिर शासन को भेज दी जाएगी।