दक्षिण-पश्चिम मानसून इस समय उत्तरी अरब सागर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू, और पंजाब के कई हिस्सों तक पहुंच चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 36 घंटों में दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के बाकी हिस्सों में मानसून आगे बढ़ने के लिए अनुकूल स्थिति में है। मानसून की उत्तरी सीमा अब बाड़मेर, जोधपुर, जयपुर, आगरा, रामपुर, बिजनौर से होते हुए हिमालय की ओर बढ़ रही है। इसकी वजह से देश में ज्यादा से ज्यादा बारिश की संभावना है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) लखनऊ के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून अब उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में और आगे बढ़ चुका है। अगले 36 घंटे बेहद अहम होंगे। खासकर पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश के साथ बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। इसको लेकर 25 और 27 जून को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और 28 जून को पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
हाल के दिनों में दिनों की बात करें तो यूपी में रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। झांसी और बाराबंकी में न्यूनतम तापमान 25.5°C रहा। वहीं मेरठ, बागपत, बुलंदशहर जैसे जिलों में रात का तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रहा। अधिकतम तापमान फतेहगढ़ में 38°C दर्ज किया गया, जबकि प्रयागराज और झांसी मंडलों में यह सामान्य से 5°C तक कम रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम भारत के उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में 24-30 जून के बीच भारी बारिश हो सकती है। वहीं, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश में 25-28 जून तक भारी बारिश की संभावना है।
राजधानी क्षेत्र में 25 से 27 जून तक सामान्यतः बादल छाए रहने, हल्की से मध्यम बारिश और बिजली गिरने का पूर्वानुमान है। इस दौरान 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवा भी चल सकती है।
उत्तराखंड, उत्तर-पूर्वी राज्यों असम, अरुणाचल, मणिपुर आदि और पूर्वी मध्य प्रदेश में अचानक बाढ़ (flash flood) की चेतावनी दी गई है। विभाग ने कुछ क्षेत्रों में नदियों के जलस्तर बढ़ने की संभावना जताई है और सतर्क रहने को कहा है।
भारी वर्षा के मद्देनज़र किसानों को धान की नर्सरी की बुवाई स्थगित करने, जल निकासी की व्यवस्था करने, कटाई योग्य फसलों को सुरक्षित स्थान पर रखने और सब्जियों व फलों के पौधों को सहारा देने की सलाह दी गई है। मछुआरों को अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों में 24 से 29 जून तक समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।
Updated on:
27 Jun 2025 10:00 am
Published on:
25 Jun 2025 11:46 am