इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कुछ वर्ष पहले ही ऋचा सिंह ने अध्यक्ष पद का चुनाव जीता था। विश्वविद्यालय के सैकड़ों साल के इतिहास में पहली बार किसी छात्रा ने अध्यक्ष पद की कुर्सी पर कब्जा जमाया था। अध्यक्ष पद के अलावा अन्य सभी महत्वपूर्ण पद पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) ने कब्जा जमाया था। एबीवीपी ने छात्रसंघ उद्घाटन के लिए बीजेपी के फायर ब्रांड नेता व गोरखपुर के तत्कालीन सांसद सीएम योगी आदित्यनाथ को आमंत्रण दिया था। योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में आने की हामी भर दी थी। इसके बाद ही इलाहाबाद विश्वविद्यालय की तत्कालीन अध्यक्ष ऋचा सिंह ने विरोध शुरू कर दिया था। ऋचा सिंह ने कहा था कि उसे इस कार्यक्रम की जानकारी नहीं दी गयी है इसलिए विरोध में वह सड़क पर उतर आयी थी। ऋचा सिंह ने तब बयान दिया था कि छात्र राजनीति के नाम पर कैंपस का माहौल खराब नहीं होने देंगे। एबीवीपी ने योगी आदित्यनाथ के आगमन की सारी तैनाती कर ली थी लेकिन ऋचा सिंह के विरोध के चलते योगी आदित्यनाथ को अपना कार्यक्रम रद्द कर देना पड़ा था। इसके बाद ऋचा सिंह ने सपा का दामन थामा था। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह के खिलाफ विधानसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन जीत नहीं पायी थी।
यह भी पढ़े:-कुंभ से नहाने के बाद इस जगह पहुंचने लगे नागा, करने वाले हैं खास तप अब अखिलेश यादव को लेकर परिसर का खराब हुआ माहौलइलाहाबाद विश्वविद्यालय में अब अखिलेश यादव को लेकर परिसर का माहौल खराब हो गया है। परिसर में पथराव व फायरिंग होने की भी सूचना है जिसमे सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव सहित एक आईपीएस अधिकारी चोटिल हो गये हैं। पुलिस प्रशासन के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय की स्थिति बड़ी चुनौती बन गयी है। एक तरफ परिसर का खराब माहौल है तो दूसरी तरफ कुंभ मेले में प्रतिदिन लाखों लोगों का आगमन हो रहा है, जिनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी पुलिस प्रशासन की है।
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