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घीलोठ में 1200 करोड़ का निवेश; बनेंगी इलेक्ट्रिक बसें, मिलेगा रोजगार 

राजस्थान के औद्योगिक विकास को एक और बड़ी सफलता मिली है। घीलोठ औद्योगिक क्षेत्र में 1200 करोड़ रुपए का निवेश करने जा रही इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता कंपनी पीएमआई इलेक्ट्रो मोबिलिटी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को रीको द्वारा 65.56 एकड़ जमीन आवंटित की गई है।

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राजस्थान के औद्योगिक विकास को एक और बड़ी सफलता मिली है। घीलोठ औद्योगिक क्षेत्र में 1200 करोड़ रुपए का निवेश करने जा रही इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता कंपनी पीएमआई इलेक्ट्रो मोबिलिटी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को रीको द्वारा 65.56 एकड़ जमीन आवंटित की गई है।

यह भूमि 206 करोड़ रुपए की लागत वाली है और कंपनी यहां एक अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक बस निर्माण प्लांट स्थापित करेगी। रीजनल मैनेजर एस.आई. हसन और इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष चरण सिंह यादव के अनुसार, कंपनी का उद्देश्य हर साल 30 हजार इलेक्ट्रिक कमर्शियल व्हीकल तैयार करना है, जिसमें करीब 300 इलेक्ट्रिक बसें वार्षिक रूप से निर्मित की जाएंगी।

कंपनी निवेश के दो चरणों में कार्य करेगी

पहले चरण में 11.35 करोड़ रुपए और दूसरे चरण में 408 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। कुल 265329 वर्ग मीटर (65.56 एकड़) में फैले प्लॉट पर प्लांट का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा। स्थानीय उद्यमियों ने इस निवेश का स्वागत किया है। प्रॉपर्टी व्यवसायी संदीप यादव और बृजेश यादव ने कहा कि इस निवेश से क्षेत्र में रियल एस्टेट की मांग बढ़ेगी और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

वहीं युवा उद्यमी सुशील यादव ने कहा कि जैसे नीमराना क्षेत्र जापानी निवेश से विकसित हुआ, वैसे ही घीलोठ भी अब एक नया औद्योगिक हब बनकर उभर रहा है। प्लांट की शुरुआत में 500 लोगों को रोजगार मिलेगा और प्लांट के पूर्ण रूप से संचालित होने के बाद कुल 3500 कर्मचारियों को स्थायी रोजगार देने की योजना है।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी राव ट्रेवल्स प्रा. लि. जैसी कंपनियां घीलोठ औद्योगिक क्षेत्र में सक्रिय हैं, जो टाटा और महिंद्रा की बस बॉडी और अन्य पुर्जों का निर्माण कर रही हैं। यह निवेश न केवल स्थानीय आर्थिक विकास को गति देगा, बल्कि राजस्थान को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी क्षेत्र में एक नई पहचान भी दिलाएगा।