मालाखेड़ा क्षेत्र के कलसाड़ा गांव में सोमवार को कमल बैरवा (35) पुत्र रामचरण अपने खेत मे परिजनों के साथ गेंंहू के पूले एकत्रित कर रहा था। इस दौरान कमल बैरवा मोबाइल से किसी से बातें कर रहा था कि अचानक तेज गडगड़़ाहट के साथ आकाशीय बिजली गिरने से कमल की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने मृतक का स्थानीय अस्पताल में पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया।
उधर, जिले के रैणी क्षेत्र के समीपवर्ती गांव लादिया के जंगलों में रविवार रात्रि हुई बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से एक मारवाड़ी चरवाह की मौत हो गई। वहीं दो दर्जन से अधिक बकरियों तथा भेड़ों की मौत हो गई।
मृतक के भाई व पाली जिला के सोजत तहसील के गांव शिवपुरा निवासी भारतराम रैबारी ने स्थानीय पुलिस थाने में रिपोर्ट दी कि वह और उसके दो छोटे भाई हेमाराम व रामलाल रविवार रात करीब 9 बजे बारिश के चलते लादिया गांव की सरहद के पास खेजड़ी के पेड़ नीचे अपनी बकरियों- भेड़ों को लेकर खड़े थे। तभी तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरने से उसके छोटे भाई हेमाराम की मौत हो गई। वहीं 30 से 35 बकरियां तथा भेड़ मर गई। घटना की सूचना ग्रामीणों ने रैणी थाना पुलिस को दी। सूचना पर रैणी थानाप्रभारी किशनलाल यादव ने मौके पर पहुंचकर जानकारी जुटाई व उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया। शव को रैणी चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया। सोमवार सुबह परिजनों की मौजूदगी में मृतक का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया। आकाशीय बिजली का वेग इतना अधिक था कि पेड़ का भारी भरकम तना भी फंस गया।
वहीं कुण्डला ग्राम पंचायत के सरपंच मानसिंह मीना के अनुसार रविवार को लाकी गांव निवासी बुद्धालाल कोली देवती बांध में अपने खेत की रखवाली करने के लिए लोढाली नामक स्थान पर जा रहा था। इसी दौरान रात करीब साढ़े आठ बजे तेज गडगडाहट के साथ आकाशीय बिजली गिरने से बुद्धालाल की झुलसने से मृत्यु हो गई। इसके अलावा देवती बांध में बने जल महल के पास खेत की रखवाली करने गए राजपुर बडा गांव निवासी सुरेश धाकड़ की आकाशीय बिजली गिरने से मृत्यु हो गई तथा एक अन्य व्यक्ति गम्भीर रुप से घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए बांदीकुई ले जाया गया है। सरपंच मानसिंह मीना ने बताया कि इस सम्बन्ध मे टहला पुलिस को सूचना दे दी गई है।