अभी तक लग चुके हैं 80 कैमरे अभय कमांड एंड कंट्रोल सेंटर प्रोजक्ट पुलिस विभाग एवं सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग राजस्थान सरकार का इंफोरमेशन टेक्नॉलॉजी की सहायता से चलाया जाएगा। प्रारंभिक चरण में जयपुर में शुरुआत होने के बाद राज्य के सभी जिलों में इसकी स्थापना की गई है। मुख्य रूप से पूरे शहर की निगरानी अब पुलिस सेंटर पर बैठे बैठे ही कर सकेगी। इसके तहत अभी तक अलवर शहर में 80 कैमरे लगाए जा चुके हैं। साथ ही 125 पोल तैयार किए गए हैं। कैमरे लगान के लिए ऐसी जगह का चयन किया गया है। जहां पर लोगों का आवागमन ज्यादा रहता है।
262 जगहों पर लगेंगे 575 कैमरे अलवर शहर में 262 चिन्हित स्थानों पर 575 कैमरे लगाए जाएंगे। मुख्य रूप से सरकारी कॉलेज, महाविद्यालय, स्कूल , बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि पर कैमरे लगाए गए हैं। मुख्य रूप से चार कैमरे लगाए जा रहे हैं। इसमें बुलेट कैमरे की खासियत यह है कि यह कई किलोमीटर तक सीधा कवर कर सकता है। इसी प्रकार से बॉक्स कैमरा जो देखता है उसे एक लिमिट तक जूम किया जा सकता है। पीटीचैड कैमरा ऐसे स्थानों पर लगाया जाएगा जहां पर 307 डिग्री के वियोग में देखा जा सकेगा। 4 के कैमरा सबसे आधुनिक है। यह शहर की प्रवेश सीमा पर लगाया जाएगा। सभी कैमरों में माइक्रो एसडी कार्ड लगे हुए हैं। जो लगातार लोकल रिकार्डिंग करने में सक्षम है। यदि किसी समय विद्युत सप्लाई नहीं होती है तो या फिर इंटरनेट आपूर्ति में बाधा आती है तो ऐसे समय में वह कैमरा अपने माइक्रो एसडी कार्ड में लोकल रिकार्डिंग कर सकेगा। इससे किसी प्रकार की रिकॉर्डिंग का नुकसान नहीं होगा। सभी कैमरे जो आप्टिकल फाइबर से जुड़े हुए हैं, इनका लाइव फीड अभय कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्क्रीन पर देखा जा सकेगा।
यह कमांड सेंटर बडा प्रोजक्ट है। इसका चरणबद्ध तरीके से काम हो रहा है। पुलिस कंट्रोल रूम पर तैयारियां अंतिम चरण में है। अगले माह तक शुरु होने की संभावना है। ज्यादा भीड़ वाले स्थानों पर कैमरे लगाने की कोशिश की है। यदि शहर के संवेदनशील स्थान कैमरे लगाने से रह गए हैं तो उन्हें भी चिन्हित करके कैमरे लगा दिए जाएंगे।
चारु अग्रवाल, उपनिदेशक, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, अलवर।
चारु अग्रवाल, उपनिदेशक, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, अलवर।