इस परीक्षा में अंग्रेजी हिन्दी माध्यम के सभी स्कूलों का शामिल किया गया है। अब पांचवीं परीक्षा जिला स्तरीय बोर्ड से उत्तीर्ण करने पर ही कक्षा छठवीं में प्रवेश मान्य होगा। यदि कोई विद्यार्थी सीधे कक्षा छठवीं में प्रवेश लेता है तो उसको शपथ पत्र देना होगा जिसमें उसके इस कक्षा के योग्य होने और गैर औपचारिक संसाधनों से शिक्षा ग्रहण करने का हवाला देना होगा। यह नियम सीबीएसई के विद्यालयों पर लागू नही है।
पांचवीं बोर्ड के नकल रोकने के लिए बनाएंगे उडऩ दस्ते पांचवीं कक्षा की परीक्षा में नकल रोकने के लिए उडऩ दस्तें बनाए जाएंगे। इसमें परीक्षार्थी को निर्धारित स्थान पर ही रोल नम्बर लिखना होगा। इसी प्रकार विकलांग विद्यार्थियों को अतिरिक्त समय दिया जाएगा और श्रुतलेखक देय होगा। इस परीक्षा के परिणाम में अंक प्रतिशत मिलने की बजाए ग्रेड दी जाती है।
अन्य केन्द्रों पर जाते हैं परीक्षा देने कक्षा पांचवीं के विद्यार्थियों को भी परीक्षा देने समीपवर्ती अन्य स्कूलों के परीक्षा केन्द्रों पर जाना होगा। इस कारण परीक्षा केन्द्र समीप ही एक किलोमीटर के दायरे में बनाए गए हैं। इसके लिए डाइट ने जिला स्तरीय पांचवीं बोर्ड परीक्षा की तैयारी तेज कर दी है। अलवर जिले में करीब 80 हजार विद्यार्थी इस परीक्षा में बैठेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक पूनम गोयल ने बताया कि पांचवीं बोर्ड की परीक्षाएं 4 अपे्रल से होंगी, इसमें इस बार संस्कृत और मदरसे के विद्यार्थी भी ऑनलाइन परीक्षा फार्म भर रहे हैं। इस परीक्षा में सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए आवश्यक होगा।