वन विभाग ने आरएसी की दो कम्पनी में से एक किशनगढ़बास एवं एक लक्ष्मणगढ़ व रामगढ़ क्षेत्र में तैनात कर रखी थी। आरएसी तैनात करने से पिछले महीनों में वन विभाग की पहाडिय़ों में अवैध खनन पर कुछ हद तक रोक लग पाई थी। आरएसी तैनात करने का लाभ किशनगढ़बास में ज्यादा मिला। यहां पूर्व में खान माफियाओं की ओर से वनकर्मियों पर हमला करने की घटनाएं हो चुकी थी। आरएसी लगाने के बाद ऐसी घटनाओं में कमी आई।अचानक बुला ली वापसजिले में पिछले दिनों हुई संगीन आपराधिक घटनाओं के बाद पुलिस की ओर से अचानक आरएसी को वापस बुला लिया गया। पुलिस की मांग पर वन विभाग ने आरएसी की दोनों बटालियन को वापस भेज दिया। इससे वन विभाग के अधिकारियों के समक्ष अवैध खनन को लेकर बड़ी समस्या हो गई। वन विभाग के अधिकारियों ने पुलिस विभाग के आला अधिकारियों को पत्र भेजकर फिर से आरएसी की दो कम्पनी भेजने की मांग की है।थानों से भी बुलाए अधिकारी व कर्मचारीपिछले दिनों जिले में हुई संगीन आपराधिक घटनाओं की जांच में सहायता के लिए पुलिस थानों व अन्य कार्यालयों में तैनात पुलिस के पुराने अधिकारी व कर्मचारियों को बुलाया गया। वहीं अपराधियों की धरपकड़ के लिए कई बार आसपास के थानों के पुलिसकर्मियों को भी बुलाने की जरूरत होती है। इसका सम्बन्धित थानों के दैनिक कामकाज पर असर होना स्वभाविक है।
आलोक गुप्ता डीएफओ वन मंडल अलवर