थानागाजी में नव गठित बोर्ड पर काबिज होने के लिए कांग्रेस व भाजपा में कशमकश जारी है। नगर पालिका थानागाजी में भी चुनावी गणित बिगड़ा है, यहां भी किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। इस कारण दोनों ही दल निर्दलियों के सहारे बहुमत जुटाने के प्रयास में हैं।
कांग्रेस की तैयारी पूरी जिले के तीन निकायों में कांग्रेस स्वयं को थानागाजी में सहज मानकर चल रही है। थानागाजी के 25 वार्डों में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 10 सीटें मिली हैं, भाजपा के खाते में 9 तथा निर्दलीय को 6 सीटें मिली हैं। बहुमत का जादुई आंकड़ा 13 है। इस कारण कांग्रेस को ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी है। थानागाजी के विधायक कांति मीणा का दावा है कांग्रेस के खेमे में 13 से ज्यादा पार्षद हैं। कांग्रेस की यहां बोर्ड बनाने की पूरी तैयारी है। कांग्रेस ने यहां सभी पार्षदों की बैठक में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी पर सर्वसम्मति से चौथमल सैनी का नाम भी तय कर दिया है। इस कारण यहां कांग्रेस का बोर्ड बनाने में परेशानी नहीं है।
भाजपा में प्रत्याशी पद पर फंसा पेच भाजपा भी थानागाजी में बोर्ड बनाने का दावा कर रही है। यहां भाजपा को कांग्रेस से सिर्फ एक कम 9 सीटें मिली हैं। वीं भाजपा के रणनीतिकारों का कहना है कि उनके पास निर्दलीय के सहयोग से बहुमत का आंकड़ा पूरा है। वहीं भाजपा सूत्रों का कहना है कि थानागाजी में भाजपा के दो बड़े नेताओं की खींचतान से पार्टी चितिंत है। इस कारण अब तक पार्टी अध्यक्ष पद के लिए सर्वसम्मति से नाम भी तय नहीं कर पाई है। पार्टी के एक नेता यहां चुनाव की कमान संभाल रहे हैं, वहीं दूसरे नेता के पास भी तीन पार्षद होने की बात कही जा रही है। दोनों ही नेताओं में अध्यक्ष पद के प्रत्याशी को लेकर सर्वसम्मति नहीं बन पा रही है। इसी खींचतान के कारण पार्टी नेताओं को अध्यक्ष पद के चुनाव में क्रॉस वोटिंग की आशंका भी सता रही ह