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कांग्रेस की हैट्रिक, भाजपा जीरो पर क्लीन बोल्ड -अलवर जिले में तीन निकाय सभापति पद का चुनाव

locationअलवरPublished: Nov 26, 2019 11:17:02 pm

Submitted by:

Prem Pathak

निकाय चुनाव में कांग्रेस ने जिले में हैट्रिक बनाई, भाजपा जीरों पर क्लीन बोल्ड हो गई। तीनों निकायों में कहीं भी कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने और अलवर में सीटों की संख्या में भाजपा से पिछडऩे व भिवाड़ी में भाजपा से बराबरी के बाद भी दोनों ही निकायों में कांग्रेस ने भाजपा को बड़े अंतर से मात दी।

कांग्रेस की हैट्रिक, भाजपा जीरो पर क्लीन बोल्ड  -अलवर जिले में तीन निकाय सभापति पद का चुनाव

कांग्रेस की हैट्रिक, भाजपा जीरो पर क्लीन बोल्ड -अलवर जिले में तीन निकाय सभापति पद का चुनाव

अलवर. निकाय चुनाव में कांग्रेस ने जिले में हैट्रिक बनाई, भाजपा जीरों पर क्लीन बोल्ड हो गई। तीनों निकायों में कहीं भी कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने और अलवर में सीटों की संख्या में भाजपा से पिछडऩे व भिवाड़ी में भाजपा से बराबरी के बाद भी दोनों ही निकायों में कांग्रेस ने भाजपा को बड़े अंतर से मात दी।
अलवर नगर परिषद में कांग्रेस की बीना गुप्ता ने भाजपा के धीरज जैन को 9 वोटों के अंतर से हराया। यहां कांगे्रस को 37 व भाजपा को 28 वोट ही मिल पाए। वहीं भिवाड़ी में कांग्रेस के शीशराम तंवर ने भाजपा की बत्ती देवी को 16 वोटों के बड़े अंतर हराया। यहां कांग्रेस को 38 व भाजपा को सिर्फ 22 वोट ही मिले। नवगठित थानागाजी नगर पालिका में सीटों की संख्या के लिहाज से कांग्रेस भाजपा से एक सीट आगे रही थी। यहां भी कांग्रेस के चौथमल सैनी ने भाजपा के बाबूलाल सैनी को 11 वोटों के अंतर से हराया। यहां कांग्रेस को 17 और भाजपा को केवल 7 वोट ही मिल पाए।
अलवर में बीना गुप्ता की जीत ने चौंकाया

अलवर नगर परिषद में सभापति पद की कांग्रेस प्रत्याशी बीना गुप्ता की जीत की घोषणा ने सबको चौंका दिया। कांग्रेस की बीना गुप्ता की 9 वोटों के अंतर से जीत से पूर्व ज्यादातर लोग भाजपा का बोर्ड बनने का कयास लगा रहे थे। हालांकि नगर परिषद परिसर में घूम रहे कांग्रेस के कुछ पार्षद व बाहर खड़े प्रमुख नेता जरूर कांग्रेस की जीत के प्रति आशान्वित थे। जैसे ही परिणाम आया, ज्यादातर लोग कांग्रेस की जीत पर चौंक गए। बाद में परिषद परिसर के बाहर जश्न और कांग्रेस के जयकारों से लोगों को परिणाम पर यकीन हुआ।
भाजपा का गणित फेल

अलवर नगर परिषद में भाजपा के 27 पार्षद निर्वाचित हुए थे और पार्टी के नेता 7-8 निर्दलीय पार्षदों का समर्थन होने का दावा कर रहे थे। भाजपा के पार्षदों ने एक साथ आकर वोट डाला और ज्यादातर साथ ही वापस लौटे। यह देख लोगों को भाजपा का बोर्ड बनने की उम्मीद थी। लेकिन कांग्रेस के रणनीतिकारों के आगे भाजपा चित्त हो गई और कांग्रेस ने भाजपा खेमे के पार्षदों से अपने पक्ष में वोट डलवाने में कामयाबी हासिल कर ली। भाजपा प्रत्याशी धीरज जैन को सिर्फ 28 वोट ही मिले, जबकि कांग्रेस की प्रत्याशी 37 वोट लेेने में कामयाब रही। अनुमान है कि भाजपा खेमे के करीब 6 पार्षदों ने कांगे्रस के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की।
भिवाड़ी में कांग्रेस के शीशराम की एक तरफा जीत

भिवाड़ी नगर पालिका में सभापति पद के कांग्रेस प्रत्याशी शीशराम तंवर ने एक तरफा जीत दर्ज करा भाजपा की रणनीति को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। यहां कांग्रेस प्रत्याशी को 38 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी बत्तीदेवी 22 मत ही ले पाई। यहां नगर परिषद चुनाव में कांग्रेस व भाजपा को 23-23 सीटें मिली थी तथा 12 निर्दलीय व बसपा को 2 सीटें मिली थी। भाजपा नेता दावा तो बोर्ड बनाने का कर रहे थे, लेकिन उनके दावों में विश्वास कम ही झलक रहा था। यहां परिणाम भी कांग्रेस की आशानुरूप आए, लेकिन दोनों प्रत्याशियों के बीच हार-जीत का आकड़ा 16 तक पहुंच जाएगा, इसका कम ही लोगों को अंदाजा था।
भाजपा खुद के वोट भी नहीं ले पाई

भिवाड़ी नगर परिषद सभापति के चुनाव में भाजपा को न केवल हार का मुंह देखना पड़ा, बल्कि भाजपा अपने 23 पार्षदों के पूरे वोट भी नहीं ले पाई। यहां भाजपा को केवल 22 वोट ही मिल पाए। वहीं पार्टी नेताओं का निर्दलीय पार्षदों के समर्थन का दावा भी धरा रह गया। कांग्रेस खुद के 23 पार्षदों के साथ ही निर्दलीय व अन्य के खाते के वोट बहुतायत में लेने में कामयाब रही। कांग्रेस 15 अन्य वोट भी लेने में सफल रही। जबकि भिवाड़ी में 12 निर्दलीय व 2 बसपा के पार्षदों ने जीत दर्ज कराई थी। यानि भाजपा खेमे में एक पार्षद ने क्रॉस वोटिंग की।
थानागाजी नगर पालिका में पहला बोर्ड कांग्रेस के नाम

नव गठित नगर पालिका थानागाजी में पहला बोर्ड कांग्रेस के नाम रहा। नगर पालिका अघ्यक्ष के पहले चुनाव में कांग्रेस के चौथमल सैनी ने भाजपा के बाबूलाल सैनी को 11 वोटों के अंतर से हराया। यहां भी भाजपा को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। यहां कांग्रेस अपने 10 पार्षदों के साथ 8 अन्य पार्षदों के वोट लेने में भी कामयाब रही। थानागाजी में कांग्रेस के 10, भाजपा के 9 तथा निर्दलीय 6 पार्षद जीते थे, लेकिन भाजपा को केवल 7 वोट ही मिल पाए। यानि निर्दलीयों के साथ ही भाजपा खेमे के 2 वोट भी कांग्रेस के खाते में गए। थानागाजी नगर पालिका में अध्यक्ष पद ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित था।
सीधे मुकाबले में चाचा के हाथों भतीजे की करारी हार

थानागाजी नगर पालिका के अध्यक्ष पद के चुनाव में खास बात यह रही कि यहां चाचा व भतीजे में सीधा मुकाबला था, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी चाचा चौथमल सैनी ने भतीजे भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सैनी को हराया। हालांकि यहां भाजपा बहुमत के जादुई आंकड़े से चार कदम ही पीछे थी, लेकिन अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा चार कदम आगे बढ़ाने के बजाय अपने दो पार्षदों के वोट ही गवां बैठी। जबकि कांग्रेस अपने 10 पार्षदों के अलावा निर्दलीयों सहित 8 अन्य वोट जुटाने में कामयाब रही।
यह था निकाय चुनाव का गणित

निकाय वार्डं भाजपा कांग्रेस निर्दलीय अन्य भाजपा को मिले कांग्रेस को मिले जीत का अंतर विजयी प्रत्याशी

अलवर 65 27 19 19 0 28 37 09 बीना गुप्ता
भिवाड़ी 60 23 23 12 2 22 38 16 शीशराम तंवर
थानागाजी 25 09 10 06 0 07 18 11 चौथमल सैनी

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