
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, भाजपा समेत अन्य नेताओं के स्टार प्रचारकों की लंबी सूची रही, लेकिन अलवर जिले में प्रचार को आए दिग्गज नेताओं में कुछ ही अपने प्रत्याशियों को जीत दिलाने में कामयाब हो सके। अन्य दिग्गज न स्वयं की और न ही अपनी पार्टी के प्रत्याशियों की लाज बचा पाए। चुनाव प्रचार में विभिन्न दलों के आधा दर्जन से अधिक नेताओं ने जिले की अनेक सीटों पर चुनावी सभा व रोड शो किए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तिजारा में दो एवं एक बडोदामेव में सभा की। इनमें तिजारा में भाजपा की जीत हुई और रामगढ़ में भाजपा जीत दर्ज नहीं करा पाई। यानी योगी की कामयाबी का प्रतिशत 50 रहा।
कांग्रेस व भाजपा के स्टार प्रचारक नहीं दिला पाए जीत
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पार्टी के सबसे बड़े स्टार प्रचारक मल्लिकार्जुन खरगे ने तिजारा में सभा की, लेकिन यहां कांग्रेस को मात खानी पड़ी। वहीं भाजपा के दूसरे सबसे बड़े स्टार प्रचारक गृहमंत्री अमित शाह ने किशनगढ़बास में सभा की, लेकिन वहां भाजपा सफल नहीं हो पाई।
तत्कालीन सीएम भी नहीं दिला पाए जीत
विधानसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अलवर जिले में दो चुनावी सभा की। इनमें एक अलवर शहर एवं एक कठूमर में, लेकिन दोनों में ही कांग्रेस को हार मिली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल एवं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान थानागाजी में अपने प्रत्याशी के पक्ष में रोड व सभा करने आए, लेकिन आम आदमी पार्टी जिले में कहीं भी जीत दर्ज नहीं करा पाई। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राजगढ़ में रोड शो तो नहीं कर पाए, लेकिन हेलीकॉप्टर से ही लोगों को वीडियो के माध्यम से संबोधित किया, लेकिन यहां भी भाजपा जीत नहीं सकी।
इसके अलावा केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने थानागाजी एवं राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने राजगढ़- लक्ष्मणगढ़ सीट पर सभा की। दोनों ही जगह भाजपा को जीत नहीं मिल पाई। आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद एवं रालोपा के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने भी अपने प्रत्याशियों के समर्थन में कई विधानसभा सीटों पर खूब पसीना बहाया, लेकिन जीत नहीं दिला पाए।
Updated on:
08 Dec 2023 03:09 pm
Published on:
08 Dec 2023 02:08 pm
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