पालिका उपाध्यक्ष राकेश शर्मा हत्या मामले में प्रोडेक्शन वारंट पर लाए हत्या के मुख्य आरोपित अशोक उर्फ ठाकरिया ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि राकेश शर्मा उसके साथ मिल कर प्रोपर्टी का धंधा करता था। त्रिलोक हत्या मामले में भी रैकी कर उसका सहयोग किया था। जेल में जाने के बाद भी उसका हिस्सा डालता था और उसके सम्पर्क में था परन्तु जब ठाकरिया की पत्नी ने चुनाव लड़ा था तब राकेश से मदद के लिए पैसे मांगे थे जो उसने नहीं दिए और उल्टा ऐसे प्रयास करने लगा कि ठाकरिया जेल से बाहर नहीं निकल पाए और सजा हो जाए। इससे दुश्मनी बढ़ती गई और नाराज होकर ठाकरिया ने राकेश शर्मा की हत्या करवा दी।
जिला पुलिस अधिक्षक राहुल प्रकाश ने थाने पर बताया कि पूछताछ में अशोक ठाकरिया ने बताया कि त्रिलोक हत्याकांड से पहले राकेश को जानता था। प्रोपर्टी का काम मिल कर करते थे और त्रिलोक हत्याकांड में राकेश ने इसकी सहायता की थी त्रिलोक हत्याकांड के बाद ठाकरिया जेल में बंद था, तब भी राकेश इसकी सहायता करता था और प्रोपर्टी में 10 से 15 प्रतिशत इसका हिस्सा डालता था। उसके बाद नगर पालिका चुनाव में ठाकरिया ने अपनी पत्नी को कस्बे के वार्ड 11 से चुनाव लड़वाया था, जिसमें राकेश से आर्थिक और अन्य मदद मांगी पर उसने नहीं की थी। इसके बाद दोनों में दुश्मनी बढ़ती चली गई।
राकेश ऐसे प्रयास करने लगा कि ठाकरिया जेल से बाहर नहीं निकल पाए। उसने त्रिलोक हत्या मामले में मुख्य गवाह उसकी मां का भी सहयोग किया और फिर ठाकरिया को राकेश द्वारा उस पर हमला करवाने की भी आशंका थी। इन सब बातों से उसकी नाराजगी बढ़ती गई और उसने राकेश की हत्या करने का षड्यंत्र रचा। जिस पर हरियाणा के सूत्रों से मिलकर एक शादी समारोह में गोली मारकर राकेश शर्मा की हत्या करवा दी।
हत्या षड्यंत्र में बहरोड़ के कई नाम एसपी ने कहा कि पूछताछ में बहरोड़ के और भी लोगों के नाम आए हैं, जिनमें प्रॉपर्टी और मीडिया से जुड़े लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनको जल्दी लाकर पूछताछ की जाएगी।