बच्चे के पिता ने पत्रिका को फोन पर बताया कि जयपुर ले जाते समय उनके बच्चे की मौत हो गई थी। इसके बाद गांव लाकर बालक को दफना दिया गया। उधर, साहिल अस्पताल की संचालक डॉ. गीता मलिक ने बताया कि उन्होंने बालक का नि:शुल्क इलाज करने के लिए परिजनों से खूब कहा, लेकिन वह नहीं माने और बच्चे को लेकर चले गए। उल्लेखनीय है कि बच्चा कोलोडियोन बीमारी से ग्रस्त था। तीन लाख में से एक बच्चा इस बीमारी से ग्रस्त पैदा होता है।